Budget 2024: देश का अंतरिम बजट एक फरवरी 2024 यानि कल पेश किया जाएगा। इसको लेकर सभी तैयारियाँ शुरू कर दी गई है। बता दे कि भारत में बजट का इतिहास 180 साल से भी पुराना है। अंग्रेजों के समय से बजट पेश होता चला आ रहा है। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है कि जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत का बजट पेश किया था। उस समय इसको लेकर काफी हंगामा हुआ था।

जानिए पूरा मामला-

2 फरवरी साल 1946 के दिन पाकिस्तान के पहले पीएम लियाकत अली खान ने भारत का बजट पेश किया था। बता दे कि उस समय लियाकत अली खान पंडित जवाहर लाल नेहरू की अंतरिम सरकार में वित्त मंत्री थे। ये बजट भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से पहले पेश किया गया था। हालांकि लियातक अली के इस बजट की बहुत आलोचना हुई थी। इस बजट के महज डेढ़ साल बाद जब बंटवारा हुआ था, तो लियाकत अली खान पाकिस्तान के पहले पीएम बने थे।

मोहम्मद अली जिन्ना के करीबियों में शामिल रहने वाले लियाकत अली खान ने ये बजट सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली (संसद) में पेश किया गया था। आज भी इतिहास में इस बजट को पुअर मैन बजट के नाम से जाना जाता है। इस बजट को लेकर देश के उद्योगपतियों ने भी नाराजगी जताई थी। बता दे कि लियाकत अली के इस बजट में टैक्स को काफी कठोर रखा गया था। जिससे कारोबारियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। तो वहीं इस बजट में उन्होंने उद्योगपतियों, कारोबारियों पर हर 1 लाख रूपए के मुनाफे पर 2 फीसदी का टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा था। इतना हीं नहीं कॉरपोरेट टैक्स को दोगुना करने का फैसला किया गया था।

इस बजट के पेश होने के बाद लियाकत अली पर गंभीर आरोप लगे थे। लोगों ने इस बजट को हिंदू विरोधी बजट बताया था। कारोबारियों ने आरोप लगाया था कि जानबूझकर उन्होंने इस तरह के टैक्स का प्रावधान लगाया है। कहा जाता था कि लियाकत हिंदू कारोबारियों के खिलाफ थे इसलिए उन्हें नुकसान पहुँचाने के लिए ये बजट तैयार किया गया था।

पाकिस्तान के पहले पीएम-

भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद पाकिस्तान की कमान लियाकत अली खान के हाथों में सौंप दी गई थी। उन्हें पाकिस्तान का पहला पीएम बनाया गया था। हालांकि वो ज्यादा दिनों तक वहां शासन नहीं कर पाए थे। चार साल बाद 1951 के दिन गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी।