छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि पर जानिए उनके जीवन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
Chhatrapati Shivaji Maharaj Death Anniversary 2023 : छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1603 में मराठा परिवार में शिवनेरी (महाराष्ट्र) में हुआ था। शिवाजी के पिता का नाम शाहजी व माता का नाम जीजाबाई था।

Chhatrapati Shivaji Maharaj Death Anniversary 2023- भारत के महान शासक शिवाजी महाराज जिन्होने मुगलो को दाँतो तले चने चबवा दिया था। आज उस महान शासक की पुण्यतिथि हैं। आज के ही दिन भारत के इस महान शासन व धरती माँ के वीर सपूत ने हमेशा के लिए सबको अलविदा कह दिया था।
छत्रपति शिवाजी महाराज का जीवन परिचय-
छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म 19 फरवरी 1603 में मराठा परिवार में शिवनेरी (महाराष्ट्र) में हुआ था। शिवाजी के पिता का नाम शाहजी व माता का नाम जीजाबाई था। उस समय भारत के पश्चिमी हिस्सो में तीन इस्लामी साम्राज्य थे। अहमदनगर में निजामशाही, बीजापुर में आदिलशाही और गोलकुंडा में कुतुबशाही का रूतबा था। लेकिन तीनो ही आपस में लड़ते रहते थे। समय-समय पर मुगल दक्षिण में राज फैलाते चले गए।
शिवाजी की जीवनी “ शिवाजी इंडियाज ग्रेट वॉरियर किंग” के लेखक वैभव पुरंदरे लिखते हैं, कि सेना का नेतृत्व करने वाले शिवाजी की सबसे बड़ी खूबी थी। कि वो उन हमलों की योजना बनाने में सक्षम थे। जो असंभव लगते थे। और उसे अंजाम देने में भी पीछे नहीं हटते थे।
वास्तव में शिवाजी का सारा संघर्ष उस कट्टरता और उद्दंडता के विरूद्ध था। जिसे औरंगजेब जैसे शासको और उसकी छत्रछाया में पलने वाले लोगों ने अपना रखा था। नहीं तो वीर शिवाजी राष्ट्रीयता के जीवंत प्रतीत एवं परिचायक थे।
शिवाजी की सेना, उनके अनुयायी और करीबी उनके प्रति विशेष निष्ठा रखते थे। ईमानदार थे। इस बात से उनके सभी दुश्मनों को तकलीफ थी। कई ऐसी घटनाएं हुई थी। जिसमें यह साबित भी हुआ था।
बीजापुर में चले संघर्ष में शिवाजी के सबसे करीबी सहयोगी प्रभु देशपांडे ने हमले का सामना किया। उनके पास मात्र 300 सैनिकों की फौज थी। लेकिन शिवाजी को सुरक्षित जगह तक पहुँचाने के लिए वो जंग में शहीद हो गए।
कैसे हुई शिवाजी की मृत्यु-
3 अप्रैल 1680 को तीन सप्ताह की लम्बी बीमारी के बाद भारत के इस वीर सपूत ने भारत माता को अलविदा कह दिया। उस समय उनकी उ्म्र मात्र 50 साल रही होगी।