Constitution Day: जानिए कैसे बनकर तैयार हुआ भारत का संविधान
Constitution Day : 2015 में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 125 जयंती के मौके पर 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया था। भारतीय संविधान हाथ से लिखा गया है और इसे तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 का दिन का समय लगा था। भारतीय संविधान कई देशो के संविधान को पढ़कर व समझ कर तैयार किया गया। संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉक्टर भीमराव अंबेडकर थे।
भारतीय संविधान को तैयार होने में 64 लाख रुपय का खर्च आया था। भारतीय संविधान ऐसे ही बनकर तैयार नहीं हुआ था। इसे बनाने के लिए कुल 60 देशो संविधान पढ़ा व समझा गया था। भारतीय संविधान की मूल प्रतियों को संसद की लाइब्रेरी में रखा गया था।
भारतीय संविधान को लिखने का काम प्रेम बिहारी नारायण रायजादा को सौंपा गया था। वह पेशे से एक कैलिग्राफिस्ट थे। प्रेम बिहारे ने यइ कला अपने दादा से सीखी थी। उन्हें संविधान लिखने की जिम्मेदारी भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने सौंपी थी। उन्होने संविधान को लिखने के लिए एक रूपए भी नहीं लिया हैं।
संविधान को लिखने में 432 निब लगे थे। इन्हें इंग्लैंड से मंगाया गया था। तो वहीं निब को होल्डर में लगाकर पेन बनाया गया और स्याही में डुबोकर संविधान लिखा गया था।
भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लम्बा संविधान हैं। इसमें एक प्रस्तावना, 22 भाग, 448 अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां शामिल हैं। संविधान भवन में सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को इस पर हस्ताक्षर किया था। भारतीय संविधान के हर पन्ने को सजाने का काम शांति निकेतन के कलाकारों ने किया था।
संविधान के लिए पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी। संविधान सभा के पहले और अस्थायी अध्यक्ष थे डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा. संविधान सभा कुल 11 सत्रों में आयोजित किया गया था। भारतीय संविधान को अंतिम रूप 26 नवंबर 1949 को दिया गया। 2 साल, 11 महीने और 18 दिन में बनकर भारत का संविधान तैयार हुआ।
संविधान का ड्राफ्ट जब पहली बार तैयार हुआ और बहस के लिए रखा गया तो अंतिम रूप देने से पहले इसमें 2000 से अधिक बार संशोधन किया गया था।