जानिए कैसे आता है भूकंप व क्यो मचाता हैं तबाही
Earthquake : भूकंप का कारण धरती के भीतर की उथल-पुथल बताई जाती हैं। दुनियाभर में हर साल 20 हजार से ज्यादा बार भूकंप आते हैं। जिसकी वजह से आम जन-मानस को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता हैं। कभी-कभी भूकंप ऐसा होता हैं, कि उसकी तीव्रता सिस्मोग्राफ पर दर्ज नहीं की जा सकती हैं। जानिए कैसे व क्यो आता हैं भूकंप
भूकंप क्यो आता-
आपको भले ही धरती शांत दिखायी देती हो लेकिन हमेशा इसमें उथल-पुथल मची रहती हैं। विशेषज्ञो कि माने तो हमारी धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इन प्लेटों के टकराने पर जो ऊर्जा निकलती है, उसे भूकंप कहा जाता है। धरती के नीचे मौजूद ये प्लेटें बेहद धीमी रफ्तार से घूमती रहती हैं. हर साल ये प्लेटें अपनी जगह से 4-5 मिमी खिसक जाती हैं। जिसकी वजह से कोई प्लेट तो कोई किसी के नीचे से खिसक जाती है। इसी दौरान प्लेटों के टकराने से भूकंप आता है।
धरती के नीचे जहाँ चट्टाने टकराती हैं। उस जगह को भूकंप का केंद्र या फोकस कहा जाता है। इसे हाइपोसेंटर भी कहा जाता हैं। केंद्र से ही भूकंप की ऊर्जा तरंगों के रूप में कंपन फैलती हैं। भूकंप के केंद्र से जोड़ने वाली रेखा जिस स्थान पर धरती की सतह को काटती है, उसे भूकंप का अभिकेंद्र यानी एपिक सेंटर कहा जाता हैं।
क्यो मचती हैं भूकंप से तबाही-
हमारी पृथ्वी सात भूखंडों से मिलकर बनी है। जिसमें भारतीय-आस्ट्रेलियाई भूखंड, उत्तर अमेरिकी भूखंड, प्रशांत महासागरीय भूखंड, दक्षिण अमेरिकी भूखंड, अफ्रीकी भूखंड, अन्टार्कटिक भूखंड, यूरेशियाई भूखंड हैं। धरती के नीचे चट्टाने दबाव के स्थिति में रहती हैं। जब दबाव ज्यादा हो जाता हैं। तो चट्टाने टूट जाती हैं।
धरती महाद्वीप के साइज के विशाल प्लेटों से मिलकर बनी है। इन चट्टानों को धरती की सतह पर ठोस परत के रूप में समझा जा सकता है और इनका विस्तार महाद्वीपों के साथ साथ समुद्र तक होता हैं। महाद्वीप के नीचे मौजूद चट्टानें हल्की होती हैं, वहीं समुद्री भूखंड भारी चट्टानों से मिलकर बना होता है। ये चट्टाने भूकंप की वजह से टूट जाती हैं। जिसकी वजह से धरती के ऊपर तबाही मचती हैं और नुकसान होता हैं।