Education News: आज के समय में योग का क्रेज पूरी दुनिया में बढ़ता जा रहा हैं। योग के अभ्यास से शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रहा जा सकता हैं। यह शरीर में रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने के साथ कई बीमारियों को नियंत्रित भी रखता हैं। डायबिटीज से लेकर सांस संबंधी बीमारियों तक से दूर रखता हैं। योग के बढ़ते महत्व व लोकप्रियता के मद्देनजर मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान दिल्ली व अंतरविश्वविद्यालय योग विज्ञान केंद्र, बेंगलुरू ने मिलकर एक छह दिवसीय नेशनल वर्कशॉप का आयोजन किया हैं।

इस मौके पर संस्थान के डायरेक्टर विक्रम सिंह ने कहा कि आज सरकार भी योग के प्रचार-प्रसार के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करती हैं। सरकार का फोकस योग के जरिए निरोग करने पर हैं। योग से असाध्य बीमारियों को सही कर सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की चर्चा करते हुए निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि आज योग के जरिए भारत ने दुनिया में अपना परचम लहराया हैं। दुनिया भारत की प्राचीन संस्कृति को जानकर हैरान हैं। डायरेक्टर सिंह ने संस्थान में पढ़ रहे छात्रों के लिए रोजगार दिलाने में भी संस्थान की भूमिका पर प्रकाश डाला हैं।

इसके अलावा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अंतर विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र, नई दिल्ली के निदेशक प्रो. अविनाश चंद्र पांडेय ने यह कहा कि बताया कि संस्कृत ऐसी भाषा हैं, जो आज भी अपनी यथा स्थिति में हैं। योग के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियां आज भी बहुत सीमित हैं। हम नवीन अनुसंधानों के माध्यम से योग को नई दशा व दिशा दे सकते हैं।

योग में ले डिप्लोमा-

नई दिल्ली में स्थित मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान से योग में कई डिग्री, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स किए जा सकते हैं। यहाँ से पास-आउट होने वाले हजारों छात्रों में बड़ी आबादी को योग सिखा रहे हैं। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान में बीएससी योग की एक साल की फीस करीब 27 हजार रुपये है जबकि डिप्लोमा की फीस कुल 36000 और सर्टिफिकेट कोर्स की फीस कुल 7,000 व फाउंडेशन कोर्स की फीस कुल 1,500 रुपये है।