UGC New Guidelines: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने हायर एजुकेशन के लिए छात्रों को बड़ी राहत दी हैं। अब छात्र देश के सभी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट जैसे मैनेजमेंट, एजुकेशन, लॉ और इंजीनियरिंग कॉलेज से मल्टीपल कोर्स में एंट्री-एग्जिट और फिर से उसी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। यानि छात्र एक साथ एक कोर्स में कई बार एनरोल हो सकते हैं। इसके लिए यूजीसी ने नई गाइडलाइन जारी हैं।

देश में तीन तरह के संस्थान-

1. रिसर्च यूनिवर्सिटी

2 टीचिंग यूनिवर्सिटी

3 ऑटोनॉमस कॉलेज

UGC New Guidelines 2022-

यूजीसी द्वारा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के आधार पर नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं। इस नई शिक्षा नीति के तहत छात्रो को एक से ज्यादा कोर्स करने का मौके के साथ दोनो कोर्स के सर्टिफिकेट भी मान्य होगे। हर इंस्टीट्यूट में छात्रों को ओरिएंटेशन व काउंसलिंग की व्यवस्था की गयी हैं। यूजीसी ने गाइडलाइन में सबी राज्य सरकारों और विश्वविद्यालयों से नई व्यवस्थान लागू करने के लिए अपने नियम और नीतियां तैयार करने को कहा गया हैं। संस्थान इसे नई एकेडमिक 2022-23 में लागू करेगा।

यूजीसी के मुताबिक, छात्र चाहें तो सेमेस्टर में फेस-टू-फेस क्लासरूम या फिजिकल क्लासेस अटैंड कर सकते हैं या ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं। तथा डिस्टेंस लर्निंग का कोर्स भी कर सकते हैं। छात्र को अलग-अलग सेमेस्टर में तीनों मोड में से किसी एक को चुनने का ऑप्शन दिया जाएगा। छात्रों की पढ़ाई को पूरा ब्योरा रखने के लिए एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट होगा जिसमें छात्रों के पिछले 7 सालों में पढ़े विषय व उनकी परीक्षाओं में प्राप्त अंको की जानकारी भी प्राप्त होगी। छात्र अब अपनी पढ़ाई छोड़कर कोर्स को पूरा कर सकते हैं। किसी छात्र ने एक वर्ष की पढ़ाई पर सर्टिफिकेट, दो वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर डिप्लोमा, तीन वर्ष के बाद डिग्री और चार वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर ऑनर्स या डुअलर डिग्री मिलेगी। छात्र के एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में जमा होती रहेगी।

छात्र किसी कोर्स में एक या दो या तीन साल की पढ़ाई करने के बाद कोर्स बदलना चाहता तो उसके नंबर नए कोर्स में क्रेडिट हो सकेंगे। कोर्स में इंग्लिश का पेपर था और कोर्स बदलने के बाद भी एक विषय इंग्लिश है तो छात्र को फिर से इंग्लिश का पेपर देने की जरूरत नहीं है।