Fake Notes In Indian Currency Data : भारत में हर साल बड़ी तदाद में नकली नोट पकड़े जाते हैं। जबकि ये गैर-कानूनी हैं इसके बावजूद भी भारत सरकार द्वारा इस पर रोक नहीं लगाया जा सका हैं। जबकि सरकार इस स्कैम को रोकने के लिए काफी प्रयास भी किया हैं। जानिए भारत में नकली नोटो से जुड़े आकड़े के बारे में जो कि आपको आश्चर्यचकित कर देगे। जानिए अभी तक कितने करोड़ तक भारतीय बैकिंग प्रणाली में नकली नोट जब्त किए गए हैं। भारत की बैकिंग प्रणाली में अभी तक 8 करोड़ से ज्यादा तक नकली नोट मौजूद हैं। 2017 में इसकी संख्या सबसे ज्यादा 43 करोड़ रूपए तक थी।

2000 के नकली नोट-

2020 में बड़ी संख्या में 2000 के नकली नोट जब्त किए गए हैं, जिनकी संख्या 2,44,834 तक रही हैं। 2016 में इनकी संख्या 2272 थी। तो 2017 में 74898 व 2018 में 54776 तथा 2019 में 90,566 थी।

अब तक कितने नकली नोट जब्त किए गए हैं-

तो वही 2017 में 28.10 करोड़ रुपये के नकली नोट की जब्त किए गए थे। और 2020 में 92.18 करोड़ रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं। लेकिन आकड़ो की माने तो 2020 के बाद नकली नोटो के आकड़ो में कमी आयी हैं। आपको बता दे कि 2021-22 में 2000 के 13,604 नकली नोट मिले हैं। जब कि ये एक गैर-कानूनी कार्य हैं, इसके बावजूद भी लोग इन गतिविधियों में लगातार अग्रसर हो रहे हैं।

भारत में नकली पैसे की सजा क्या है-

भारत में यदि जो कोई नकली, या जानबूझकर जालसाजी की प्रक्रिया के किसी भी भाग, किसी भी मुद्रा-नोट या बैंक-नोट को निष्पादित करता है, उसे सजा के तौर पर [आजीवन कारावास], या किसी एक अवधि के लिए कारावास के साथ दंडित किया जाएगा, जिसे दस साल तक बढ़ाया जा सकता है। और इसके साथ ही साथ जुर्माना भी देना पड़ सकता हैं।