Hindi Diwas 2023: भारत में सबसे ज्यादा हिंदी भाषा बोली जाती हैं। लगभग आधी आबादी इस भाषा का बोलचाल में प्रयोग करती है व ये उनकी मातृभाषा हैं। हिंदी के अलावा बंगाली व मराठी भी देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक हैं। हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के एक राज्य की राजभाषा हिंदी नहीं बल्कि अंग्रेजी हैं।

नॉर्थ-ईस्ट के राज्य नागालैंड की राज्यभाषा हिंदी नहीं बल्कि अंग्रेजी हैं। नागालैंड विधानसभा की तरफ से अंग्रेजी भाषा को अधिकारिक भाषा के तौर पर घोषित किया गया हैं। इसके अलावा यहाँ शिक्षा भी अंग्रेजी में ही दी जाती हैं। यानी शिक्षा का माध्यम भी अंग्रेजी ही हैं। साल 1967 में नागालैंड ने अंग्रेजी को अपनी अधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाया था।

ज्यादातर लोग अंग्रेजी बोलते हैं-

नॉर्थ-ईस्ट के राज्य नागालैंड की राज्य भाषा हिंदी नहीं बल्कि अंग्रेजी हैं। नागालैंड विधानसभा की तरफ से अंग्रेजी भाषो को अधिकारिक भाषा के तौर पर घोषित किया गया हैं। इसके अलावा यहाँ शिक्षा भी अंग्रेजी में ही दी जाती हैं। यानि शिक्षा का माध्यम भी अंग्रेजी ही हैं। साल 1967 में नागालैंड ने अंग्रेजी को अपनी अधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाया था।

बता दे कि भारतीय संविधान मेंं हिंदी भाषा को ही देश की राजभाषा के तौर पर जोड़ा गया हैं। 14 सितंबर 1949 को बाबा साहब अंबेडकर की अध्यक्षता में इसे लेकर कानून बनाया गया। इसमें कहा गया कि हिंदी देश की राजभाषा होगी व लिपि देवनागरी होगी। इसके बाद से ही हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता हैं।

बता दे कि नागालैंड में कई अलग-अलग जनजातियाँ रहती हैं। हर एक जनजातियों का रिवाज भी अलग-अलग हैं लेकिन ज्यादातर लोग अंग्रेजी भाषा का ही प्रयोग बोलचाल में करते हैं। अंग्रेजी के अलावा यहाँ लोग हिंदी, नेपाली, बांग्ला व असमिया जैसी भाषाओं का प्रयोग करते हैं। नागालैंड का नाम भी अंग्रेजी में ही रखा था। यहाँ से विश्वयुद्ध में लड़ने के लिए गए लोग जब वापस आए तो उन्होने यहाँ अंग्रेजी का प्रचार किया। बाद में नगालैंड अलग राज्य बन गया व फिर इसकी भाषा अंग्रेजी बन गई।