Hindi Diwas History: आज यानि 14 सितंबर 2022 को पूरा भारत हिंदी दिवस के रूप में सेलिब्रेट करता हैं। हिंदी आज एक ऐसी भाषा बन गयी हैं जो ना केवल भारत में ही अपितु विदेशो में भी प्रचलित हैं। कई विदेशी लोग हिंदी सीख रहे हैं, हिंदी गाने गा रहे हैं. लेकिन, कई विदेशी तो ऐसे हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन हिंदी को समर्पित कर दिया था। दुनिया भर में लगभग 120 मिलियन लोग दूसरी भाषा के रूप में हिंदी बोलते हैं, और 420 मिलियन से अधिक लोग इसे अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं, कि हिंदी की उत्पत्ति कब और कैसे हुई थी।

हिंदी की उत्तप्ति कैसे हुईृ-

हिंदी को इंडोयूरोपीय भाषा परिवार की इंडोईरानी शाखा के इंडो आर्यन समूह (Indo Aryan Group) की भाषा माना जाता हैं। भारत के इतिहास में भाषा के विकास की बात की जाए तो सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत है, जिसे आर्य भाषा या देवताओं की भाषा कही जाती हैं। 1500 ईसा पूर्व से 1000 ईसापूर्व यह भाषा एक रूप में ही प्रचलित रही इसके बाद यह वैदिक और लौकिकभाषा में विभक्त हो गयी। 500 ईसा पूर्व से पहली शताब्दी तक पाली प्रमुख भाषा रही जिसमें बौध ग्रंथों की रचनाएं हुई जोकि पाली भाषा में लिखी गयी थी। यानि उस समय पालि भाषा प्रचलित रही। पालि के बाद अपभ्रंश भाषा का विकास हुआ जो 500 ईस्वी से 1000 ईस्वी तक प्रचलन्न में रही हैं।

अपभ्रंश भाषा के सरल और देशी के भाषा के शब्दों को अवहट्ट कहा गया और उसी से हिंदी भाषा का उद्गम माना जाता हैं। इसकी लिपी देवनागरी लिपी थी जो बाएं से दाईं ओर लिखी जाती हैं। 10वीं से 15वीं सदी तक के समय को हिंदी का आदिकाल कहा जाता है। धीरे-धीरे अपभ्रंश भाषा का महत्व खत्म होता गया और ये स्वतंत्र हो गयी। 15वीं सदी में कई सारे साहित्यकारो ने साहित्य की रचना की। तो वही 15वीं से 19वीं सदी तक का समय हिंदी भाषा का मध्यकाल कहा जाता हैं।

हिंदी दिवस 14 सितंबर को क्यो मनाते हैं-

हिंदी को 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान किया गया और यह भारतीय गणराज्य की 22 आधिकारिक भाषाओं में से एक हैं। भारत के प्रथम प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1949 से शुरू होकर हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का निर्णय लिया। जिसके बाद से 14 सितंबर के दिन को धूमधाम से हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।

10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस-

10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में भी मनाया जाता है, जो 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह पहली बार 2006 में पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया था।

भारत के अलावा इन देशो में हिंदी बोली जाती-

भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका, मॉरिशस, बांग्लादेश, यमन, यूगांडा आदि कई देशों में हिंदी भाषा बोली जाती हैं।