Independence Day 2023: 15 अगस्त के दिन किस-किस देश में मनाया जाता हैं, स्वतंत्रता दिवस जानिए
15 अगस्त को कहाँ-कहाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता-

Independence Day 2023: 15 अगस्त को भारत आजाद हुआ था। और हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं कि 15 अगस्त को भारत का ही स्वतंत्रता दिवस नहीं मनाया जाता हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि 15 अगस्त को भारत समेत किन-किन देशो में में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता हैं।
देश से 1,800 लोगो को उनके जीवनसाथी के साथ विशेष अतिति के तौर पर लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस का समारोह में हिस्सा लेने के लिए कहा गया हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के तौर पर रक्षा मंत्रालय ने 15-20 अगस्त तक MyGov पोर्टल पर ऑनलाइन सेल्फी प्रतियोगिता आयोजित जाता हैं। विजेताओं को 10,000 रूपए की पुरस्कार दिया जाएगा।
15 अगस्त को कहाँ-कहाँ स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता-
भारत ही नहीं 15 अगस्त को दुनिया के पाँच और देशों में आजादी का जश्न मनाया जाता हैं। दक्षिण कोरिया को भारत की ही तरह 15 अगस्त को आजादी मिली थी। उसे 15 अगस्त 1945 को जापान से आजादी मिली थी। दक्षिण कोरिया में ये दिन नेशनल हॉलीडे के रूप में मनाया जाता हैं। अमेरिका व सोवियत फोर्सेज ने कोरिया को जापान के कब्जे से दूर कराया था।
बहरीन ने भी ब्रिटेन से 15 अगस्त को ही आजाद हुआ था। हालांकि उसे 15 अगस्त 1971 को आजादी मिली थी। ब्रिटेन की फौज ने 1960 के दशक से ही बहरीन छोड़ना शुरू कर दिया था। 15 अगस्त को बहरीन व ब्रिटेन के बीच एक संधि हुई थी। इसके बाद बहरीन ने आजाद देश के रूप में ब्रिटेन से संबंध बरकरार रखा।
दक्षिण कोरिया व भारती की ही तरह उत्तर कोरिया में भी 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता हैं। दोनो देश 15 अगस्त 1945 को जापान के कब्जे से मुक्त हुआ था। उत्तर कोरिया भी 15 अगस्त को नेशनल हॉलीडे के तौर पर मनाता हैं। छुट्टी का दिन होने के कारण इसी दिन उत्तर कोरिया में शादी करने की परंपरा शुरू हो गई।
लिकटेंस्टीन पर जर्मनी का कब्जा था। 15 अगस्त 1866 को लिकटेंस्टीन ने जर्मनी की दासता से मुक्ति प्राप्त की थी। लिकटेंस्टीन 1940 से 15 अगस्त को अपने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मना रहा हैं। ये दुनिया के सबसे छोटे देशो में से एक हैं।
अफ्रीकी देश कॉन्गो ने 15 अगस्त 1960 को फ्रांस की दासता से आजादी पाई थी। उसके बाद ही ये डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो बना था। कॉन्गों पर 1880 से फ्रांस ने कब्जा कर रखा था। तब इसे फ्रेंच कॉन्गों के तौर पर पहचाना जाता था। फिर 1903 में मिडिल कॉन्गों बना था।