Parle-G Full Name: जब किसी भी बिस्कुट का नाम सुनने को आता हैं, तो सबसे पहला नाम पार्ले-जी ही आता हैं। ऐसा कहा जाता हैं, कि जब द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था तब सैनिको को सबसे ज्यादा पसंद आने वाला बिस्कुट पार्ले-जी ही था। आपने जबभी पार्ले जी का नाम सुना होगा तो हमेशा यही कहा जाता हैं कि पार्ले-जी में G माने जीनियस होता हैं। जबकि ऐसा नहीं होता हैं। पार्ले-जी में G माने जीनियस नहीं होता हैं। फिर क्या होता हैं जी माने चलिए आज हम आपको बताते हैं। यही नहीं बचपन में आपने पॉर्ले-जी बिस्कुट पर छपी हुई लड़की के बारे में तमाम कहानिया सुनी होगीं।

Who is the owner of Parle-G-

सभी के मन में ये भी सवाल रहता हैं कि पार्ले जी के ऑनर इंडियन हैं या विदेशी तो आपको बता दे कि पार्ले-जी के ऑनर विजय चौहान ( Vijay Chauhan) हैं। 90 के दशक के बच्चों का ये पंसदीदा बिस्कुट हैं।

पार्ले-जी में G का मतलब क्या हैं-

पार्ले-जी में जी का मतलब जीनियस नहीं ये होता हैं। आपको बता दे कि आजादी से पहले पार्ले जी (Parle-G) का नाम ग्लूको बिस्किट (Gluco Biscuit) हुआ करता था। लेकिन आजादी के बाद ग्लूको बिस्किट का उत्पादन बंद हो गया था। क्योकि इसे बनाने के लिए गेंहू का इस्तेमाल किया था। उस समय भारत में अनाज का संकट उत्पन्न हो गया था। ग्लूको बिस्किट को दोबारा लॉन्च किया गया। उस समय इसका ना पार्ले-जी (Parle-G) रखा गया था। पहले पार्ले-जी में जी का मतलब ग्लूकोज था। क्योकि ये एक ग्लूकोज बिस्कुट हुआ करता था। लेकिन 2000 में इस बिस्कुट के नाम में G का मतलब जीनियस बताया गया।

जानिए कैसे पड़ा बिस्कुट का नाम पार्ले-जी-

पार्ले नाम मुंबई के विले-पार्ले इलाके से लिया गया हैं। क्योकि इस बिस्कुट की कंपनी वही पर स्थित हैं। इसलिए जब दूबारा इसका उत्पादन हुआ था तो इसका नाम पार्ले-जी रखा गया था।