Knowledge : जब बच्चो का जन्म होता हैं तो उसका दिमाग बिल्कुल कोरे कागज के जैसे होता हैं। यानी समय के साथ धीरे-धीरे वह चीजों को सीखता हैं। जैसे चलना, बोलना, समझना और बहुत कुछ- बच्चा एक समय के बाद ही करने में सक्षम होता हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं कि आपका बच्चा कौन-सा रंग पहचानाता हैं। और शुरू में उसको कौन-सा रंग दिखाई हैं। शायद बहुत कम ही लोगो को इसके बारे में नहीं पता हैं। बता दे कि ९० फीसदी लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं कि बच्चो को जन्म के समय कौन-सा कलर दिखाई देता हैं।

जन्म के समय बच्चो को कौन-सा रंग दिखाई देता हैं-

रिसर्च के अनुसार जब बच्चे पैदा होते हैं तो उस समय बच्चो को रंग नहीं दिखाई देता हैं। बल्कि उन्हें दुनिया सिर्फ सफेद और काले रंग की दिखाई देती हैं। ज्यादातर चीजों को वह ग्रे शेड में दिखाई देती हैं। लेकिन 4 महीने की उम्र तक धीरे-धीरे उनके दिमाग में रंगो को लेकर एक वजन डिवेलप होने लगता हैं। जिसका अर्थ हुआ हैं कि 4 महीने से पहले का बच्चा अगर आपको देख रहा हैं, तो इसका अर्थ हैं कि आप उसे सिर्फ ब्लैक एंड वाइड रंग की नजर आ रहा हैं।

बता दे कि नवजात बच्चो को सबसे पहले काला और सफेद के साथ-साथ ग्रे शेड नजर आता हैं। लेकिन अगर रंग-बिरंगे रंगो में बात करे तो बच्चो को सबसे पहले लाल रंग की पहचान होती हैं। इसके बाद धीरे-धीरे वह रंगो में अंतर करना शुरू कर देता हैं। 4 महीने की उम्र तक बच्चे हरे और लाल रंग में फर्क कर लेते हैं। जबकि 5 महीने के बाद के बच्चे अलग-अलग रंगो के शेड पहचानने लगते हैं। बड़े होते-होते बच्चे सारे रंग पहचानने लगते हैं।

धीरे-धीरे होता हैं बच्चो में विकास-

बच्चो में विकास एक चरणबद्ध प्रक्रिया के तहत होता हैं। जैसे ज्यादातर बच्चे ८ महीने की उम्र में ही घुटनों के बल चलने लगते हैं। तो वहीं 11 से 18 महीने की उम्र के बीच बच्चो में आँख, हाथ, पैर और शरीर के बीच का तालमेल बैठाने आने लगता हैं। तो वहीं जब बच्चे 10 महीने से लेकर 2 साल तक होते हैं। तब वो बोलना शुरू कर देते हैं। लेकिन रंग को पहचानने की उम्र आपके अंदाजे से बहुत पहले शुरू हो जाती हैं। सामान्य तौर पर 5 महीने की उम्र में ही बच्चो के रंगो को पहचनाना शुरू कर देते हैं।