कौन थे प्रमुख स्वामी महाराज जिनके जन्म महोत्सव में पीएम पहुँचे गुजरात, गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज

Swami Maharaj : प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु प्रमुख स्वामी महाराज के जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक गुजरात के सबसे प्रसिद्ध शहर अहमदाबाद में होगा। पीएम नरेंद्र मोदी 14 दिसंबर को समारोह का उद्घाटन किया हैं। बता दे कि अहमदाबाद में 600 एकड़ जमीन में स्वामी नगर बसाया गया हैं। स्वामी महाराज 1950 में बोचासणवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के प्रमुख थे।
कौन थे स्वामी प्रमुख-
स्वामी प्रमुख का जन्म वड़ोदरा जिले की पादरा तहसील में स्थित चाणसद गांव में 7 दिसंबर 1921 को हुआ था। कहा जाता हैं कि प्राथमिक शिक्षा के बाद अपना घर त्याग दिया था। 1940 में वे शास्त्री महाराज के शिष्य बने। तथा शास्त्री महाराज के कहने पर श्रद्धेय संत ने नारायण स्वरूपदासजी के तौर पर अपना आध्यात्मिक जीवन शुरू किया। प्यार से इन्हें स्वामी प्रमुख कहा जाने लगा। 1950 में महज 29 वर्ष की उम्र में स्वामी प्रमुख को बोचासणवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के प्रमुख बन गए।
प्रमुख स्वामी जी महाराज 1971 में बीएपीएस के आध्यात्मिक प्रमुख बने और आजीवन रहे। बीएपीएस के प्रमुख के तौर पर उन्होंने हिंदू धर्म और हिंदू स्थलों का विस्तार करने में बहुत बड़ा योगदान दिया। बता दे कि बीएपीएस के 44 शिखर बंध और तकरीबन 12 सौ मंदिर हैं। इनमें से 11 मंदिरों का निर्माण प्रमुख स्वामी के निर्देशन में ही किया गया था। दिल्ली और अहमदाबाद में बना अक्षरधाम मंदिर प्रमुख स्वामी जी की ही देन हैं।
बीएपीएस का आध्यात्मिक प्रमुख बनने के बाद प्रमुख स्वामी ने अमेरिका की यात्रा की थी। जहाँ इन्हें टू द सिटी पुरस्कार से नवाजा गया था। अगले चार दशको में संयुक्त राज्य अमेरिका में 70 अन्य मंदिरों की स्थापना की गई हैं।
प्रमुख स्वामी जी का नाम गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल हैं। यह रिकॉर्ड उनके नाम भारत से बाहर सबसे ज्यादा क्षेत्रफल में बनाए गए बीएपीएस के मंदिर के कारण मिला हैं। यह मंदिर लंदन में स्थित है, जो डेढ़ एकड़ जमीन पर स्थापित है। इसमें 26300 पत्थरों का प्रयोग किया गया है। इसके अलावा 1971 से सन् 2000 के बीच 11 देशों में 355 मंदिर बनाने का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्वामी प्रमुख के नाम हैं।