एक ऐसा नोबल शांति पुरस्कार विजेता हैं, जिसने जीतते ही कर दी 5 लाख लोगो की हत्या
Nobel Peace Prize Winner : नोबल प्राइज विजेताओं की घोषणा हो रही हैं। जिसमें नोबेल शांति पुरस्कार से अब तक 109 लोग और 28 संगठन सम्मानित किया गया हैं। इस बार नोबल प्राइज जीतने की रेस में 300 लोग शामिल हैं। नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान आज यानी 7 अक्टूबर को नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में होने वाला है। इस Nobel Prize से उन लोगों या संगठनों को सम्मानित किया जाएगा। नोबल प्राइज उन लोगो को भी दिया जाता हैं जिन्होने शांति के क्षेत्र में कोई बड़ा कार्य किया हैं। 1901 से लेकर 2021 तक नोबेल शांति पुरस्कार 137 विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा। इन्ही नोबल प्राइज विजेताओं में एक ऐसा शख्स भी था। जिसको शांति के क्षेत्र में नोबल प्राइज मिलने के बाद उसने युद्ध छेड़ दिया। उस नोबल प्राइज विजेता का नाम Abiy Ahmed Ali था।
क्या किया था Abiy Ahmed Ali ने-
Abiy Ahmed Ali जो कि इथियोपिया के प्रधानमंत्री हैं। अबी अहमद को अक्टूबर 2019 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया, क्योंकि उन्होंने पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ लंबे समय से चल रहे विवादों को सुलझाया था। इन्होने कई सारे सुधार किए हैं। जिसके लिए उन्हें दुनिया भर में जाना जाता हैं। उन्होंने नवंबर 2020 में देश के उत्तरी हिस्से में गृहयुद्ध की शुरुआत कर दी थी। जिसके बाद से उनका नाम अच्छे से खराब नेताओं में गिना जाने लगा था। इथियोपिया के टिगरी क्षेत्र में युद्ध की शुरूआत की थी।
क्यो किया युद्ध-
इथियोपिया अफ्रीका के सबसे पुराने आजाद मुल्कों में से एक हैं। 1970 और 1980 में तिग्रेयन लोगों की पार्टी तिग्रे पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (TPLF) ने एक युद्ध लड़ा और मिलिट्री जुंटा से सरकार का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया था। 1991 में सत्ता संभालने वाली गठबंधन सरकार की अग्रणी सदस्य बन गई. गठबंधन सरकार ने इथियोपिया के अलग-अलग हिस्सों को स्वायत्तता दे दी। आलोचको द्वारा सरकार पर आरोप लगाया जाने लगा।
अबी अहमद देश के प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने 2019 में इस गठबंधन सरकार को भंग कर दिया था। अबी अहमद देश के प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने 2019 में इस गठबंधन सरकार को भंग कर दिया था। नई पार्टी 'प्रोसपैरिटी पार्टी' बनाई, लेकिन TPLF ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था। सरकार को टिगरी क्षेत्र के बीच टकराव को बढ़ा दिया। धीरे-धीरे तनाव बढ़ता रहा और फिर नवंबर 2020 में टिगरी के स्थानीय फोर्स के खिलाफ सैन्य हमला बोल दिया।
टिगरी युद्ध-
यहाँ पर हुए युद्ध के दौरान 5 लाख से ज्यादा लोगो की मृत्यु हो गयी। जिसमें ज्यादातर लोग भूखमरी की वजह से मरे। क्योकि यहाँ पर अनाज पहुँचाने पर रोक लगा दिया गया था।