Nobel Prize Winners in Chemistry 2022 : नोबल प्राइज के विजेताओं के नाम की घोषणा की जानी शुरू कर दी गयी हैं। विज्ञान के क्षेत्र में केमिस्ट्री के लिए नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम का ऐलान किया गया हैं। इस क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। इन वैज्ञानिको का नाम कैरोलिन आर बेर्तोज्ज़ी, मोर्टन मेल्डल और के बेरी शार्पलेस हैं। इनके नामो की घोषणा रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा की गयी हैं। इन तीनो वैज्ञानिको का चयन क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री की दिशा में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए किया गया हैं।

कौन हैं केमिस्ट्री के क्षेत्र में नोबल प्राइज जीतने वाले विजेता-

बेर्तोज्ज़ी कैलिफोर्निया में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से जुड़ी हैं। तो वही मेल्डल डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय से हैं और शार्पलेस कैलिफोर्निया के स्क्रिप्स रिसर्च से तालुक रखते हैं। आपको बता दे कि शार्पलेस ने पहले 2001 में नोबेल पुरस्कार जीता था। तथा दो बार नोबल प्राइज जीतने वाले पाँचवे व्यक्ति बन गए हैं।

कैरोलिन रूथ बर्तोज्जी-

कैरोलिन रूथ बर्तोज्जी एक अमेरिकी वैज्ञानिक हैं। इनका जन्म 10 अक्टूबर, 1966 में हुआ था। यह वर्तमान में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से जुड़ी हैं और वहां मानविकी और विज्ञान विभाग में पढ़ाती हैं। केमिस्ट्री और बायोलॉजी, दोनों विषयों पर काम करती हैं और उन्हें बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री पर उनके काम के लिए जाना जाता हैं। यह हावर्ड ह्यूजेस मेडिकल इंस्टीट्यूट में एक रिसर्चर भी हैं और रेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी में नैनोसाइंस रिसर्च सेंटर मॉलिक्यूलर फाउंड्री की निदेशक के तौर पर कार्य कर चुकी हैं।

ये इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन, नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज और अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज की निर्वाचित सदस्य है। नोबल के अलावा ये लेमेल्सन-एमआईटी पुरस्कार, हेनरिक वेलैंड पुरस्कार और मैकआर्थर फाउंडेशन फैलोशिप पुरस्कार जीत चुकी हैं।

कार्ल बैरी शार्पलेस-

28 अप्रैल, 1941 को फिलाडेल्फिया में इनका जन्म हुआ था। ये एक अमेरिकी रसायनविज्ञानी हैं। इससे पहले 2001 में चिरली उत्प्रेरित ऑक्सीकरण रिएक्शन पर रिसर्च के लिए केमिस्ट्री में इन्हें नोबल प्राइज मिल चुका हैं। ये दूसरी बार होगा जब इन्हे नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 1968 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने ऑर्गैनिक केमिस्ट्री में पीएचडी करने के बाद स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पोस्ट-डॉक्टरेट करने के बाद वे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में चले गए। कोनराड ई बलोच की लैब में एंजाइमोलॉजी पर स्टडी की हैं तथा यह मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कई साल तक प्रोफेसर के पद पर रहे थे। तथा वर्तमान में ये स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी प्रोफेसर हैं।

मोर्टन पी. मेल्डल-

16 जनवरी 1954 को डेनमार्क में इनका जन्म हुआ था। मोर्टन पी. मेल्डल एक डेनिश रसायनविद हैं। इन्होने 1981 में डेनमार्क टेक्निकल युनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में एमएससी करने के बाद उन्होंने 1983 में डेनमार्क के इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्गैनिक कैमिस्ट्री से पीएचडी किया हैं। इनको CuAAC-क्लिक रिएक्शन के लिए भी जाना जाता हैं।

किस क्षेत्र में इन्होने खोज की हैं-

रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार समान भागों में अणुओं के एक साथ विखंडन का तरीका विकसित करने के लिए तीनों वैज्ञानिकों का चयन नोबेल प्राइज के विजेता के रूप में किया गया हैं। इनके इस काम को क्लिक केमेस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल रिएक्शंसके रूप में जाना जाता हैं। इसका इस्तेमाल कैंसर की दवाएं बनाने, डीएनए मैपिंग करने और एक विशिष्ट उद्देश्य के अनुरूप सामग्री बनाने के लिए किया जाता हैं।