Padmanabhaswamy Temple Mystery: केरल का श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर (Sree Padmanabhaswamy Temple) देश के सबसे अधिक संपत्ति वाले मंदिरों में से एक हैं। जिनके रहस्य को लेकर आज तक किसी के बारे में पता लगा नहीं पायेगा। देश के सबसे अमीर मंदिरों में शुमार तिरुवनंतपुरम का श्रीपद्मनाभ स्वामी मंदिर का सातवां दरवाजा हैं, अमीर मंदिर की वजह से सुर्खियों में रहने वाले इस मंदिर में एक गेट हैं। ऐसा कहा जाता हैं, कि यदि ये गेट खुल जाएगा तो भारत सबसे अमीर देश की सूची में एक बार फिर से शामिल हो जाएगा। छह तहखानों के छह दरवाजे खोले जा चुके हैं लेकिन सातवां दरवाजा अब भी बंद है. जानिए, इस दरवाजे के पीछे क्या रहस्य है।

पद्मनाभस्वामी मंदिर का इतिहास-

भगवान विष्णु का ये मंदिर 6वीं सदी में त्रावणाकोर के राजाओं ने बनवाया था, जिसका जिक्र 9वीं सदी के ग्रंथों में मिलता है। कहा जाता है कि इन राजाओं ने इस मंदिर में ही अपना सारा खजाना छुपा रखा है। अब राजघराना ही मंदिर की देखरेख का काम करता है। इस मंदिर में 7 तहखाने हैं, जिसमें से 6 तहखानों को खोला जा जुका है और उसमें काफी बहुमूल्य सामान मिला था। लेकिन अभी भी इस मंदिर का सातंवा दरवाजा नहीं खुला हैं। जिसको खोले जाने पर रोक लगी हैं। इतिहासकार Dr. L.A. Ravi Varma के अनुसार मंदिर लगभग 5000 साल पुराना है, जब मानव सभ्यता कलियुगमें पहुंची थी. वैसे मंदिर के स्ट्रक्चर के लिहाज से देखें तो माना जाता है कि केरल के तिरुअनंतपुरम में बने पद्मनाभस्वामी मंदिर की स्थापना सोलहवीं सदी में त्रावणकोर के राजाओं ने की थी. इसके बाद से ही यहां के राजा इस मंदिर को मानते रहे। यहां से कुल मिलाकर 1 लाख करोड़ से ज्यादा कीमत के सोने-हीरे के आभूषण मिले, जो मंदिर ट्रस्ट के पास रख दिए गए।

जानिए सांतवे दरवाजे का रहस्य-

Padmanabhaswamy Temple Mystery Door: इस गेट की बात करें तो इसे लेकर कहा जाता है कि इसकी सांप रक्षा करते हैं और किसी को दरवाजा खोलने नहीं देते हैं। मान्यताओं के अनुसार, एक बार इसे खोलने की कोशिश की गई तो सांप के काटने से उनकी मौत हो गई थी। दरअसल ये दरवाजा स्टील का बना हुआ है और इस पर दो सांप बने हुए हैं। यह नाग से जुड़े मंत्रों के जरिए ही खोला जा सकता हैं।

इसे शापित तहखाना माना जाता हैं-

ऐसा कहा जाता हैं कि इसे खोलने का काम कोई सिद्ध व्यक्ति ही कर सकती है और अभी तक ऐसा कोई शख्स नहीं मिला है। इस गेट को खोले जाने में रिस्क होने की वजह से इसे खोला नहीं गया है और अभी कई अनुमतियों के बाद ही इसे खोला जा सकता है। इसे कई लोग शापित तहखाना भी मानते हैं।