Pragyanananda Qualification :18 साल की उम्र में दुनियाभर में प्रज्ञानानंदा अपना नाम कमा रहे हैं। बता दे कि शंतरंज विश्व कप फाइनल में पहुँचने वाले प्रज्ञानानंदा Rameshbabu Praggnanandhaa Velammal school से पढ़ाई किए हैं। वे शतरंज विश्व कप फाइनल तक पहुँच चुके थे। विश्व चैंपियन मैग्रस कार्लसन से हार गए हैं। वह अब तक के सबसे कम उम्र के फाइनलिस्ट हैं। प्रज्ञानानंदा ने पिछले साल दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी मैगनस कार्लसन को ऑनलाइन टूर्नामेंट में मात दी थी। प्रज्ञाननंदा चेन्नई में जन्में हुए हैं। और वहीं पढ़े-लिखे हैं। प्रज्ञाननंदा के पिता रमेश बाबू तमिलनाडू स्टेट कोर्पोरेशन बैंक के इंप्लॉई हैं। उनकी मां नागालक्ष्मी हाउस वाइफ हैं।

प्रज्ञानानंदा के पिता रमेश बाबू पोलियो की वजह से दिव्यांग हैं। वह चेन्नई के Padi इलाके में रहते हैं। प्रज्ञानानंदा की बहन भी चेस प्लेयर हैं। रिपोर्ट्स कि माने तो बचपन से अपनी बहन Vaishali Rameshbabu को चेस खेलते देखा हैं और वहीं से खेलना सीखने की शुरूआत की हैं। उनकी बहन भी चेस चैंपियन व ग्रेंडमास्टर हैं।

प्रज्ञानानंदा के माता-पिता नहीं चाहते थे कि वह भी चेस प्लेयर बने क्योकि उनकी बहन पहले से ही शतरंज की खिलाड़ी हैं। घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने की वजह से दोनो बच्चो की फीस भर पाना मुश्किल हैं। लेकिन कहते हैं न किस्मत का लिखा कौन बदल सका। जिसका सफर जहाँ तक का लिखा गया व वहाँ तक पहुँचकर रहता हैं।

कहाँ से पढ़े हैं प्रज्ञानानंदा-

प्रज्ञानानंदा Mogappair में मौजूद Velammal Vidyalaya से पढ़े हुए हैं। वेलाम्मल एजुकेशन ट्रस्ट (Velammal Education Trust) ने देश को 9 ग्रांडमास्टर दिया हैं। जिसमें Adhiban, Sethuraman, Shyam Sundar, K. Priyadharshan, Karthik VAP, Karthikeyan Murali, Aravindh Chithambaram, Praggnanandhaa और D. Gukesh हैं। ये Velammal school से पढे हुए खिलाड़ियों पढ़े हैं। Velammal group के स्कूल चेन्नई समेत अन्य राज्यों में खुल रहा हैं।