स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के क्यो हुए थे 350 टुकड़े व स्टैचू ऑफ लिबर्टी किसकी मूर्ति हैं, जानिए
Statue of Liberty facts : न्यूयॉर्क के लिबर्टी आइलैंड पर लगी 'स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी' को कल 136 साल पूरा हुआ हैं। इसे फ्रांस में बनाया गया था। तथा 28 अक्टूबर 1886 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड ने लोकार्पण किया गया था। जुलाई 1884 को पूरी तरह बनकर तैयार हुई थी। ये इतनी भव्य व सुंदर थी कि इसे फ्रांस से अमेरिका लाने में काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा।
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को लाने के लिए किए 350 टुकड़े-
फ्रांस में बनी स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को अमेरिका लाने में काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ा था। इसलिए इसके 350 टुकड़े किए गए. इन टुकड़ों को 214 बक्सों में रखकर न्यूयॉर्क लाया गया। इसके बाद इसे अमेरिका में लगाया गया। लोकार्पण के 98 सालों बाद 1984 में यूनेस्को ने इसे ग्लोबल हेरिटेज साइट घोषित किया गया था। 1986 में इसका रेस्टोरेशन किया गया था। इस दौरान मूर्ति के हाथ में मौजूद मशाल में 24 कैरेट सोने की लेयर चढ़ाई गई हैं।
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के मुकट पर बनी सात किरणो का मतलब-
आपने देखा होगा कि स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के सर पर एक ताज बना हुआ हैं। जिसमें से ऐसा लगता हैं सात किरणें निकली हुई हैं। इन सात किरणो का मलतब हैं दुनिया के 7 महाद्वीपों और 7 महासागरों का प्रतीक हैं।
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की हाइट व वजन-
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी तांबे की बनी मूर्ति 151 फुट लंबी है, लेकिन चौकी और आधारशिला मिला कर यह 305 फुट ऊंची है। मुकुट की किरणों की लम्बाई 9 फीट है और वजन 68 किलो है। स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी न्यूयार्क शहर के हार्बर में स्थित हैं।
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी पर क्या लिखा है-
मूर्ति के बाएं हाथ में एक नोटबुक है जिस पर JULY IV MDCCLXXVI लिखा है। जिसका का मतलब है 4 जुलाई, 1776, जो अमेरिका की आजादी की तारीख लिखी हुई हैं।
स्टैचू ऑफ लिबर्टी किसकी मूर्ति है-
स्टैचू ऑफ लिबर्टी के बारे में कहा जाता हैं कि ये एक महिला की प्रतिमा हैं। स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के चेहरे को मूर्तिकार की मां के अनुरूप बनाया गया है।