UPPSC PCS 2023: पीसीएस परीक्षा में सॉतवा रैंक हासिल कर सिद्धार्थ गुप्ता तहसीलदार से एसडीएम बने
UPPSC PCS 2023 Topper: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पीसीएस 2023 की परीक्षा में सिद्धार्थ गुप्ता ने किया टॉप, पढ़े इनकी सफलता की कहानी

UPPCS Result 2023: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पीसीएस 2023 के अंतिम परिणाम 23 जनवरी को घोषित कर दिए गए। यूपीपीसीएस में कुल 251 उम्मीदवारों ने बाजी मारी है। यूपीपीएससी ने महज 8 महीने 9 दिन में ही परिणाम घोषित कर उपलब्धि हासिल की है। 251 उम्मीदवारों में 167 पुरुष और 84 महिलाएं शामिल हैं। वहीं इस परीक्षा में देवबंद के सिद्धार्थ गुप्ता ने टॉप किया। टॉपर सिद्धार्थ गुप्ता मात्र दस माह में ही तहसीलदार से एसडीएम बन गये हैं। वह उनका अगले टारगेट आईएएस परीक्षा पास करने की
बिजनौर में तहसीलदार पद पर पोस्टेड हैं सिद्धार्थ गुप्ता
ने इससे पूर्व यूपीपीएससी 2022 में सातवीं रैंक हासिल की थी। वर्तमान में वह बिजनौर में तहसीलदार पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने पहले अटेम्ट में ही 2022 और 2023 की परीक्षा पास की है। उनके पिता राजेश गुप्ता किराना व्यापारी और माता अंजना गुप्ता गृहिणी है।
इस तरह की परीक्षा की तैयारी
यूपीपीसीएस 2023 के टॉपर सिद्धार्थ गुप्ता ने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए 10 से 12 घंटे रोजाना पढ़ाई की। उन्होंने यू-ट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से करंट अफेयर्स को मजबूत किया। अब उनका अगला लक्ष्य आईएएस परीक्षा पास करने की है। सिद्धार्थ गुप्ता ने 10 माह में सातवीं रैंक से पहले रैंक हासिल कर लिया और तहसीलदार से एसडीएम बन गये हैं। सिद्धार्थ गुप्ता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया है।
उनका कहना है कि उन्होंने यह सफलता बड़ों का आशीर्वाद और कड़ी मेहनत से हासिल की है। उन्होंने बताया कि उनके पिता का सपना था कि वह बड़ा अधिकारी बनें। हालांकि इसके लिए उन्होंने कभी प्रेशर नहीं दिया। उन्होंने यह जरूर कहा कि बेटा तुम धैर्य और हिम्मत से पढ़ाई करो और देश-परिवार का नाम रोशन करो। उनका सपना धीरे-धीरे पूरा हो रहा है। सिद्धार्थ ने बताया कि वह साल 2018 से जीतोड़ से मेहनत कर रहे हैं।
बेटे की सफलता पर भावुक हुए माता-पिता
वहीं सिद्धार्थ गुप्ता के यूपीपीसीएस परीक्षा में टॉप करने पर उनके पिता राजेश गुप्ता और मां अंजना गुप्ता भावुक हो गये। उन्होंने कहा कि बेटे का बचपन का सपना पूरा हो गया है। लेकिन अब उसका सपना आईएएस बनने का है। जो भगवान जल्द पूरा करेंगे। सिद्धार्थ ने दून वैली देवबंद से 10वीं और 12वीं तक पढ़ाई की। दिल्ली यूनिवर्सिटी संबद्ध हंसराज कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। ग्रेजुएशन के बाद सिद्धार्थ तैयारी में जुट गए थे। पहले अटेम्ट में दिल्ली में कोचिंग ले रहे थे। लेकिन अब दूसरे अटेम्ट में उन्होंने कहीं पर भी कोचिंग नहीं ली। सेल्फ स्टडी की और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपना करंट अफेयर्स मजबूत किया। सिद्धार्थ की दो बहने हैं। एक प्रियंका जैन और दूसरी डॉ.नेहा बंसल। बड़ी बहन डॉ.नेहा बंसल दिल्ली कैलाश दीपक हॉस्पिटल में कॉर्डियोलॉजिस्ट हैं। जबकि दूसरी नंबर की बहन प्रियंका जैन गृहिणी है। दोनों बहनों की शादी हो चुकी है।
साभार- Newstrack