गांधी मंडेला अवॉर्ड क्या हैं, इस साल ये अवार्ड किसे-किसे दिया गया है, जानिए
Gandhi Mandela Award : तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाई लामा को शनिवार को गांधी मंडेला अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इस अवसर पर दलाईलामा ने कहा, वो दया, एकता और अहिंसा पर जोर देता हैं। हिमाचल प्रदेश के मैक्लॉडगंज में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने दलाईलामा को यह शांति पुरस्कार दिया हैं। यह अवॉर्ड गांधी मंडेला फाउंडेशन नाम के NGO की ओर से दिया जाता हैं। पहले गांधी मंडेला पुरस्कार के लिए दलाई लामा समेत कई शख्सियतों को नामित किया गया था। जिसमें नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली, बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति दिवंगत शेख मुजीबुर्रहमान, भारत के पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी शामिल हैं।
क्या हैं गाँधी-मंडेला अवार्ड-
गांधी मंडेला फाउंडेशन ने महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला की विरासत को आगे बढ़ाने वालों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपिता गांधी की 150वीं जयंती के साल से पुरस्कार की शुरूआत की गई हैं। इस अवार्ड का मुख्य लक्ष्य हैं महात्मा गांधी और दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के अहिंसावादी विचारों को बढ़ावा देना। बता दे कि ये एक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार हैं।
कहाँ हैं इसका ऑफिस व मुख्यालय-
गांधी मंडेला फाउंडेशन का मुख्यालय नई दिल्ली में हैं। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर अमेरिका, अफ्रीका, रूस, लंदन, स्विट्जरलैंड, चीन, नेपाल और बांग्लादेश में भी इसके ऑफिस हैं। संगठन के अध्यक्ष भारत के हिंदू आध्यात्मिक नेता स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज और संरक्षक स्वामी राम देव हैं। इसकी जूरी समिति में तीन देशों (भारत, नेपाल और बांग्लादेश) के पूर्व मुख्य न्यायाधीश शामिल हैं।
गाँधी-मंडेला अवार्ड किसे दिया जाता हैं-
यह अवार्ड उन लोगो को दिया जाता हैं जो गाँधी व मंडेला की विरासत को आगे बढ़ाते हैं। इसके अलावा शांति, सामाजिक कार्यों, कल्चर, पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्पोर्ट्स और इनोवेशन के क्षेत्र में अपना योगदान दिया हैं।