Money Laundering (मनी लॉन्ड्रिंग) क्या हैं, जानिए कैसे ब्लैक मनी को व्हाइट मनी बनाया जाता हैं
Money Laundering Case: इस समय सोशल मीडिया पर सुर्खियों का विषय बना हुआ हैं मनी लॉड्रिंग केस, लगातार ED द्वारा मंत्रियों, कारोबारियों व बड़े-बड़े ऑफिसरो के खरो पर छापा मारा जा रहा हैं। जिसके तहत उनकी कमाई बेहद होने के बाद भी उनके यहाँ काफी पैसे बरामद किये जा रहै हैं। कई राज्यों में नेता, मंत्री, नौकरशाह, सरकारी कर्मचारी समेत कई लोग इसी मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) केस के चलते जेलों में बंद हैं या फिर कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ रहा हैं। अभी हालहि में काग्रेंस की अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Soniya Gandhi) व राहुल गाँधी( Rahul Gandhi) को ईडी द्वारा Money Laundering Case के तहत पूछताछ के लिए बुलाया गया हैं। लोकसभा में एक लिखित जवाब में ये जानकारी दी। मनी लॉन्ड्रिंग के तहत 5,400 से ज्यादा केस दर्ज किया जा चुका हैं। जिसमें से 23 लोगो को सजा दिलाई जा चुकी हैं।
जानिए क्या हैं मनी लॉड्रिंग -
What is Money Laundering Case: भारत में भी प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आमदनी के हिसाब से हर साल सरकार को टैक्स देता हैं। जिसके लिए भारत सरकार द्वारा अलग-अलग स्लैब बनाए गये हैं। जिसके आधार पर देश का प्रत्येक नागरिक टैक्स पे करता हैं। लेकिन जिन लोगो की आमदनी ज्यादा होती हैं, लेकिन वो लोग कम टैक्स पे करते हैं या अपनी आमदनी छुपाते हैं तथा ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में गैर-कानूनी प्रक्रिया के तहत कंवर्ट करते हैं। उसे मनी लॉउंड्री कहते हैं।
Money Laundering (मनी लॉड्रिंग) कैसे की जाती हैं-
मनी लॉड्रिंग में गैर-कानूनी तरीके से कमाए गए पैसा जो कि कैश में होता हैं। इस कैश को एकत्रित किया जाता हैं। उसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त गिरोह फर्जी कंपनियां बनाकर उनके जरिए उन देशों में भेजते हैं जहां टैक्स से जुड़े नियम सरल होते हैं।फिर इन्हीं फर्जी कंपनियों के जरिए वही पैसा फिर से भारत में निवेश के तौर वापिस लाया जाता हैं।मनी लॉन्डिंग में लिप्त एजेंट इन पैसों को इस प्रकार से दिखाते हैं कि जिससे कि जांच एजेंसियों को उनके सोर्स का पता ना चल सके और उनका पैसा बच जाए।
Money Laundering Case में मिलने वाला दंड-
मनी लॉड्रिंग केस के तहत पाए गये अपरााधियों के सारे पैसे सरकार द्वारा जब्त कर लिए जाते हैं और उनकी समप्ति की कुर्की कर दी जाती हैं। तथा इस अपराध के तहत पाए गये दोषियों को सजा दी जाती हैं।