World Population Day 2022; विश्व जनसंख्या दिवस का जनक कौन हैं व इस बार की थीम क्या हैं

World Population Day 2022; हर साल विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता हैं। ये लगातार बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रण करने के उद्देश्य से मनाया जाता हैं। बढ़ती जनसंख्या की वजह से देशभर में महंगाई, बेरोजगारी व भुखमरी, अशिक्षा जैसी अन्य समस्याऐं बढ़ती जा रही हैं। इसको नियंत्रण करने के लिए हर साल नई-नई थीम रखी जाती हैं। जानिए क्या हैं इस बार कि World Population Day Theme 2022
World Population Day History-
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 इतिहास; संयुक्त राष्ट्र संघ ने बढ़ती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की क्योकि 11 जुलाई 1987 में 5 अरब हो गयी थी। जिसके बाद 11 जुलाई 1989 (when was world population day first observed) को संयुक्त राष्ट्र में बढ़ती जनसंख्या को काबू करने और परिवार नियोजन को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल एक कार्यक्रम आयोजित की जाने लगी। इसी साल से वर्ल्ड पॉपुलेशन-डे की शुरूआत की हुई थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 'विश्व जनसंख्या दिवस' के रूप में निर्धारित किया गया था। लेकिन 1990 में इसी अधिकारिक मान्यता प्रदान की गयी थी।
World Population Day 2022 Theme-
Theme of World Population Day 2022; पिछली साल World Population Day पर थीम कोविड-19 को देखते हुए रखा गया था। इस बार 2022 में World Population Day की Theme रखी गयी हैं (World Population Day 2022 Theme in India) - "8 बिलियन की दुनिया: सभी के लिए एक लचीले भविष्य की ओर- अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना" ('A world of 8 billion: Towards a resilient future for all – Harnessing opportunities and ensuring rights and choices for all") क्योकि इस बार विश्व की जनसंख्या 8 बिलियन क्रास कर गयी हैं।
विश्व जनसंख्या दिवस क्यो मनाया जाता हैं-
World Population Day (विश्व जनसंख्या दिवस) हर साल बढ़ती हुई जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए मनाया जाता हैं। क्योकि आबादी के दुष्प्रभाव साफ नजर आ रहे हैं, इसकी वजह से स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा हर क्षेत्र में मुश्किलें बढ़ी हैं। इसी सबको ध्यान में रखते हुए हर साल एक नई थीम (World Population Day Theme) के साथ इसका आयोजन किया जाता हैं।
Who is the father of world Population-
Thomas Malthus को विश्व जनसंख्या दिवस का जनक कहा जाता हैं।