मिर्च खाने में क्यो लगती हैं इतनी तीखी जानिए इसके पीछे की साइंस व किसने की इसकी खोज
Knowledge : मिर्ची एक ऐसी चीज हैं,जो यदि सब्जी में या फास्ट फूड में ना पड़े तो उसमें स्वाद ना आए। बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनको खाने के साथ-साथ हरी मिर्च खाना बहुत-ही ज्यादा पसंद होता हैं। जिसमें से जीनस कैप्सिकम (सोलानेसी फैमिली) मिर्च दुनिया के सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मसालों में से एक हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा हैं कि मिर्च खाने में इतनी तीखी क्यो लगती हैं और इसकी खोज किसने की थी। नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं।
मिर्च की खोज किसने की-
वर्ष 1492 में क्रिस्टोफर कोलंबस में जब की गयी तब दुनिया का बहुत-सा ऐसा क्षेत्र था जो इससे अंजान था। कई मूल सिद्धांतों ने दक्षिण अमेरिका के विभिन्न हिस्सों को उस स्थान के रूप में चिह्नित किया गया हैं। फाईलोजेनेटिक विश्लेषण में पाया गया कि उनका संबंध पश्चिमी से उत्तर-पश्चिमी दक्षिण अमेरिका के एंडीज के साथ इसका इतिहास जुड़ा हैं। लेकिन इसका सबसे पहला प्रमाण मेक्सिको या उत्तरी मध्य अमेरिका में 6,000 साल पुराना हैं।
मिर्च की पांच घरेलू प्रजातियां हैं। जिसमें खायी जाने वाली प्रजातियों में कैप्सिकम एनम, सी चिनेंस, सी फ्रूटसेन्स, सी बैकाटम और सी प्यूब्सेंस शामिल हैं।
मिर्च तीखी क्यो होती हैं-
जिन लोगो ने साइंस पढ़ा हैं। उन्होने ये अवश्य पढ़ा होगा कि मिर्च में तीखापन कैप्साइसिन के कारण होने वाली जलन है। जब हम मसालेदाल खाना खाते हैं तो कैप्साइसिन हमारे मुंह में टीआरपीवी1 रिसेप्टर्स को उत्तेजित करता हैं। टीआरपीवी1 रिसेप्टर्स का उद्देश्य थर्मोरेसेप्शन यानि जलन या गर्म का पता चलता हैं।
क्या मिर्च की सभी प्रजातियाँ एक जैसी होती हैं-
फार्मासिस्ट विल्बर स्कोविल ने 1912 में मिर्च के तीखेपन को मापने के लिए एक पैमाना बनाया। जिसके जरिए पता चला कि मानक स्कोविल पैमाने पर कैरोलिना मिर्च (एसएचयू जीरो के साथ) सबसे नीचे हैं। तो जलपीनो मिर्च 2,500 से 10,000 तक हैं। टबैस्को मिर्च 25,000 से 50,000 तक हैं। हैबनेरोस मिर्च 100,000 से 350,000 के बीच हैं।
दुनिया की सबसे तीखी मिर्च कौन-सी हैं-
दुनिया की सबसे ज्यादा तीखी मिर्च कैरोलिना रीपर का तीखापन 22 लाख यूनिट तक हो सकती हैं।तो वहीं बीयर स्प्रे (दो प्रतिशत कैप्साइसिन) का तीखापन 33 लाख यूनिट और शुद्ध कैप्साइसिन स्कोविल का तीखापन 16 लाख तक हैं।
पक्षियों को नहीं लगती मिर्च तीखी-
मिर्च पक्षी भी खाते है, लेकिन वे असल में तीखापन महसूस नहीं कर सकते हैं।रिपोर्ट्स कि माने तो पक्षियों के पास मनुष्यों से अलग रिसेप्टर्स होते हैं और वे कैप्साइसिन के प्रभावों को दर्ज करने में जैविक रूप से असमर्थ होते हैं।