Deepotsav 2023 : अयोध्या की दीपोत्सव में परंपरागत झांकियो का निर्माण युद्ध स्तर पर हो रहा हैं। 11 नवंबर को भगवान राम के जीवन लीला पर आधारित विभिन्न झांकियाँ अयोध्या के सड़कों पर नजर आएगी।


इस तस्वीर में आप पुत्रेष्टि यज्ञ की तस्वीर देख रहे हैं। मान्यता है कि राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था।


इस तस्वीर में गुरूकुल शिक्षा के बारे में दर्शाया गया हैं। जहाँ पर भगवान राम अपने भाईयो के साथ शिक्षा ले रहे हैं।


इस तस्वीर में भगवान राम, माता सीता व भईया लक्ष्मण व केवट के साथ नदी पार करते हुए नजर आ रहे हैं।


राम विवाह एक आदर्श विवाह हैं। तुलसीदास ने राजा दशरथ, राजा जनक, राम व सीता की तुलना करते हुए बताया कि ऐसा समधी ऐसा नगर, ऐसा दुल्हा, ऐसी दुल्हन की तीनों लोक में कोई जिसकी बराबरी नहीं कर सकता हैं। अयोध्या के दीपोत्सव में राम विवाह की झांकी भी नजर आ रही हैं। जिसका निर्माण अयोध्या में युद्ध स्तर पर किया जा रहाहैं।


पौराणिक मान्यता के अनुसार लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम, माता सीता व लक्ष्मण समेत वानर सेना के साथ 14 वर्ष के बाद पुष्पक विमान से अयोध्या लौट आए थे। इसकी खुशी में अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका भव्य स्वागत किया था।


इस तस्वीर में माता सबरी द्वारा भगवान राम व लक्ष्मण को अपने हाथो से खिलाए गए झूठे बेर को दर्शाया गया हैं। इसके साथ ही बाली वंध को भी दर्शाया गया हैं।


इस तस्वीर में भगवान राम व उनकी वानर सेना द्वारा लंका जाने के लिए बनाए गए सेतू निर्माण के दृश्य को दर्शाया गया हैं।