Manoj Muntashir : मनोज शुक्ला के नाम के साथ कैसे जुड़ा मुंतशिर जानिए इसका मतलब
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Manoj Muntashir Shukla : आदिपुरूष के रिलीज होने के बाद से गीतकार व संवाद लेखक मनोज मुंतशिर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में हैं। फिल्म बोले गए डायलॉग की वजह से जिसमें लंका दहन को लेकर लिखे गे उनके डायलॉग विवाद की वजह बन गए हैं। दर्शक उनके डायलॉग को लेकर आपत्ति जता रहे हैं। इस विवाद के बीच मनोज मुंतशिर का एक वीडियो वायरल हैं। वीडियो में उनके नाम के कहानी के बारे में बताया गया हैं।
मनोज मुंतशिर का वास्तविक नाम मनोज शुक्ला हैं। उन्होने अपने नाम में मुंतशिर शब्द सरनेम के रूप में क्यों जोड़ा हैं, जानिए इसकी पीछे की वजह एक इंटरव्यू में मनोज ने बताया था कि- मनोज मुंतशिर ने जश्न-ए-रेख्ता को दिए वीडियो में बताया कि, वीडियों में वो कहते हैं। मेरे पिता पुरोहित रहे हैं। वो शिव स्त्रोत गाते थे। व मैं आयतें गाता था। जब मैने कविताएं लिखनी शुरू की तो मुझे लगा कि मुझे एक उपनाम की जरूरत हैं क्योकि मेंरा वास्तविक नाम मनोज शुक्ला था। इसमें कुछ भारीपन नजर नहीं आ रहा था। इसलिए मैने नाम में मुंतशिर शब्द जोड़ लिया।
उन्होने बताया कि- सबसे अच्छी बात हैं कि मैं अकेला मुंतशिर हूँ, जो शायरी की दुनिया में रहा हैं। इसलिए आज तक मेरा यह नाम काफी अलग रहा हैं। हालांकि बाद में उन्होंने फिर अपने नाम में बदलाव करते हुए मनोज मुंतशिर शुक्ला कर दिया।
गीतकार मनोज ने नाम में नए शब्द के जोड़ने के लिए मुंतशिर शब्द को इसलिए चुना क्योकि वो अचानक शायरी की तरफ ज्यादा झुक गए थे। उन्होने बताया कि उनको एक पेन नेम की जरूरत थी। इसलिए उन्होने मनोज मुंतशिर शब्द जोड़ लिया। जिसका अर्थ होता हैं- बिखरा
मनोज ने बाहुबली के भी डॉयलॉग लिखे हैं। इसके अलावा फिल्म केसरी का 'तेरी मिट्टी में मिल जांवा" भी लिखा हैं।