Ramcharitmanas: रामचरित मानस की रचना तुलसीदास जी ने की हैं लेकिन क्या आपको पता हैं कि रामायण का सबसे बड़ा काण्ड कौन-सा हैं व सबसे छोटा काण्ड कौन-सा हैं। यदि आपको इसके बारे में नही पता तो आज हम आपको बताते है, इसके बारे


रामायण में कुल 7 कांड हैं। इन सात कांड के नाम इस प्रकार हैं- बालकाण्ड, अयोध्यकाण्ड, अरण्यकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, लङ्काकाण्ड, उत्तरकाण्ड जिसमें बालकाण्ड को सबसे बड़ा कांड व किष्किन्धाकाण्ड कांध को सबसे छोटा कांड बताया गया है।


रामचरितमानस के बालकाण्ड में रामजी के जन्म से लेकर उनके विवाह तक का घटनाक्रम बताया गया है। बालकाण्ड में 7 श्लोक, 341 दोहा, 25 सोरठा, 39 छंद व 358 चौपाई है।


रामायण की संपूर्ण कहानी की रूपरेखा की शुरूआत यहीं से होती है। धार्मिक दृष्टि से रामायण के बालकाण्ड बहुत महत्वपूर्ण है। बालकाण्ड को पढ़ने से महापीड़ा व ग्रहपीड़ा से मुक्ति मिलती है। यानि सभी दुख, दोष व पीड़ा मुक्त हो जाते है। रामचरितमानस के बालकाण्ड के पाठ मात्र से आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते है। इस काण्ड में आप दशरथ का यज्ञ, पुत्र ( राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुध्न) के जन्म, राम-लक्ष्मण की शिक्षा, असुरों का वध, राम-सीता विवाह का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है।