Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में मौनी अमवस्या के दिन साधु-संतो का दिखा अतरंगी अंदाज दिखा हैं। तो वहीं माघ मेला में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा साधु-संतो के ऊपर हेलीकॉप्टर के जरिए पुष्प वर्षा की गई हैं। तथा इसके अलावा हैलीकाप्टर के जरिए माघ मेले की निगरानी की जाएगी। माघ मेले में मौनी अमवस्या के दिन लगभग 2 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीदे की जा रही हैं। इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने माघ मेले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।



प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन लाखो कि संख्या मे श्रद्धालु आए और संगम में डुबकी लगाई। जहाँ पर आने वाले साधु-संतो पर हेलीकाप्टर के जरिए फूलो की वर्षा की गयी। तो वहीं मेले में आए श्रद्धालुओं,कल्पवासियों और साधु संतों का दिखा अतरंगी-अंदाज जिसकी वजह से वो सुर्खियों में छा गए।


प्रयागराज में प्रातः काल में संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं,कल्पवासियों, साधु संतों व श्रद्धालुओं की बहुत ज्यादा भीड-उमड़ी हैं। मौनी अमावस्या के दिन ये मान्यता है कि इस दिन मौन रहकर स्नान व दान को काफी अच्छा माँगा गया हैं।




माघ माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली अमावस्या को ही माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या कहते हैं। बता दे कि त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं के शरीर के साथ ही आंतरिक काया का भी शुद्धिकरण होता हैं।



परिक्रमा, पूजन, स्नान, दान, तप और योग का विधान हैं। इस बार शनिवार को मौनी अमावस्या पड़ने के कारण इसे शनिश्चरी अमावस्या भी कहा जाता हैं। इस दिन गंगा में स्नान करने से इसका महत्व काफी बढ़ गया हैं।




मेला क्षेत्र की सुरक्षा में 5000 पुलिसकर्मी, सिविल ड्रेस में इंटेलिजेंस और एलाईयू के द्वारा नजर रखे हैं।




माघ मेले में 200 कैमरो व ड्रोन से नजर रखा गया हैं। एटीएस, आर ए एफ,बीडीएस और खुफिया एजेंसियों को भी सक्रीय किया गया हैं। तो वहीं यात्रियों के लिए सकुशल बसे व ट्रेनो की व्यवस्था की गई हैं।