अमिताभ बच्चन के मुश्किलो में काम आने वाले मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि तक ना देने से नाराज सपा

Mulayam Singh Yadav Amitabh Bachchan Relation: अमिताभ बच्चन व मुलायम सिंह यादव की दोस्ती की मिसाल दी जाती थी। कभी मुलायम सिंह यादव ने अमिताभ बच्चन का उस समय साथ दिया जब वो मुश्किलो में थे। मुलायम के कहने पर ही अमिताभ यूपी के ब्रांड एंबेसडर बने थे। और यही नहीं उनकी पत्नी जया कई सालो तक सांसद रही थी। लेकिन इसके बावजूद भी मुलायम सिंह यादव की मृत्यु होने के बाद भी अमिताभ बच्चन के मुहँ से श्रद्धांजलि के दो शब्द नहीं निकले। इस बात को सपा कार्यकर्ताओं ने उठाया हैं। सैफई के कार्यकर्ता अमिताभ बच्चन से दुखी हैं।
अमर सिंह की वजह से आए करीब-
मुलायम सिंह यादव व अमिताभ बच्चन की दोस्ती कराने का मुख्य जरिया अमर सिंह थे। शुरूआती दिनो में तीनो अक्सर एक-साथ नजर आते थे। उनकी दोस्ती इतनी ज्यादा गहरी हो गयी कि अमितमाभ बच्चन व मुलायम सिंह यादव का एक-दूसरे के घर आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया।
अमिताभ व मुलायम की दोस्ती-
उन्होने ही दोनो की दोस्ती करायी थी। बताया जाता हैं कि जब साल 1994 में मुलायम (Mulayam Singh Yadav) ने यश भारती सम्मान की शुरूआत की थी। तब वो यूपी के दूसरी बार सीएम बने थे। उस समय अमिताभ (Amitabh Bachchan) के पिता हरिवंश राय बच्चन को इस सम्मान से नवाजा था। लेकिन उस समय अचानक हरिवंश राय बच्चन की तबीयत बिगड़ने की वजह से मुलायम सिंह यादव अपना सब कार्य छोड़कर अमिताभ के घर पहुंच गए और वहीं हरिवंश राय जी को सम्मानित किया।
मुलायम सिंह यादव व अमिताभ बच्चन में इतनी ज्यादा गहरी मित्रता हो गयी थी। कि मुलायम सिंह यादव ने सैफई में अमिताभ बच्चन के नाम का कॉलेज तक बनावा दिया था।