UP Diwas 2023: जिसे आप आज उत्तर प्रदेश के नाम से जानते हैं कभी इसका नाम यूनाईटेड प्रोविंस के नाम से जाना जाता था। आज के ही दिन उत्तर प्रदेश की स्थापना हुई थी। इसलिए आज पूरा देश यूपी दिवस मना रहा हैं। उत्तर प्रदेश अपने आप में ही एक बहुत बड़ा राज्य हैं। यूपी सांस्कृतिक व ऐतिहास के मामले में काफी समृद्ध हैं। उत्तर प्रदेश में तीनो लोको के मालिक ने समय-समय पर अपनी लिलाओं को दिखाया। फिर वो चाहे भगवान राम हो या कृष्ण, वनारस के काशी में विश्वनाथ बाबा ने अपना दरवार लगाया। हर एक पहलू से देखा जाए तो इतिहास की दृष्टि से उत्तर प्रदेश राज्य बहुत-ही खास रहा हैं। यहाँ पर तीन नदियों का संगम भी देखने को मिलता हैं।

यूनाइटेड प्रोविंस से सयुंक्त प्रांत व फिर बना यूपी-

उत्तर प्रदेश को पहले यूनाइटेड प्रोविंस के नाम से जाना जाता था। इसके लिहाज से उत्तर प्रदेश का ये 74वॉ स्थापना दिवस भी हैं। 1902 में नार्थ वेस्ट प्रोविंस का नाम चेंज कर यूनाइटेड प्रॉविंस ऑफ आगरा एंड अवध (United Province) के नाम से पहचाना जाता था। जिसकी वजह से इसे यूपी कहा जाता था। 1920 में इसकी राजधानी प्रयागराज से लखनऊ ट्रांसफर हो गई।1950 में नया संविधान लागू होने के समय 12 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत को उत्तर प्रदेश नाम दिया गया। उत्तर प्रदेश को भारतीय संघ का दर्जा दिया गया।

स्थापना दिवस की शुरूआत की यूपी ने-

उत्तर प्रदेश द्वारा ही सबसे पहले स्थापना दिवस की शुरूआत की गयी। जब उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक बने थे। तब इन्होने उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यंमंत्री रहे अखिलेश यादव की सरकार के पास ये प्रस्ताव भेजा था। जिसे उन्होने स्वीकार नहीं किया। इसके बाद 2018 में एक बार फिर से वर्तमान में रही सरकार योगी आदित्यनाथ के पास ये प्रस्ताव भेजा। जिसे योगी आदित्यनाथ की सरकार ने स्वीकार कर लिया। जिसके बाद से आज के दिन से उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। 24 जनवरी 1889 से ही उत्तर प्रदेश दिवस मनाये जाने की शुरूआत की गई थी। यूपी लेजिस्लेटिव असेंबली में 228 विधानसभा के सदस्य थे। जो आज बढ़कर 403 हो गया।