UP News : उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार में हर रोज कोई ना कोई नए मुकाम हासिल कर रही हैं। इस बार यूपी के लिए चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह के निर्यात के आंकड़े आशान्वित करने वाले साबित हुए हैं। अप्रैल से जुलाई के मध्य यहां से होने वाले निर्यात में रिकॉर्ड 32 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई हैं तो वहीं पिछले पांच साल के निर्यात पर नजर डालें तो इस अवधि में औसत बढ़ोतरी 15 प्रतिशत तक रही हैं।

ये आकड़े केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए हैं-

ये आकड़े अभी हालहि में केन्द्र सरकार द्वारा जारी किए गए हैं। जिसमें यह दर्शाया गया हैं कि अप्रैल से जुलाई के मध्य यूपी से दूसरे देशों को 60576.93 करोड़ रुपये के उत्पाद भेजे हैं। तो वहीं पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह राशि 45861.44 करोड़ रुपये तक ही सीमित रही थी। आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में रेलवे लोकोमोटिव्स के निर्यात में 2039 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी हैं।

2017 से लेकर अबतक के निर्यात के आकड़े-

  • वर्ष 2017-18 - 88,967.4 करोड़ रुपये का निर्यात
  • वर्ष 2018-19 - 1,14,042 करोड़ रुपये का निर्यात
  • वर्ष 2019-20 - 120356.3 करोड़ रुपये का निर्यात
  • वर्ष 2020-21 - 1,21,139 करोड़ रुपये का निर्यात
  • वर्ष 2021-22 - 1,56,897.2 करोड़ रुपये का निर्यात

इन समानो के निर्यात में हुई वृद्धि-

आकड़ो के अनुसार मांस के निर्यात में 89 प्रतिशत, इलेक्ट्रिकल मशीनरी के निर्यात में 32 प्रतिशत और एंजाइम्स के निर्यात में 84 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। फैब्रिक का निर्यात 68 फीसदी और फल, पर्ल्स के क्षेत्र में 56 प्रतिशत, स्टैपल फाइबर के क्षेत्र में 114 प्रतिशत व अखरोट का निर्यात 89 फीसदी तक बढ़ा हैं। एंजाइम्स, फल व अखरोट, फैब्रिक, जिंक, आर्म्स एंड एम्युनिशन, टिन, आर्ट वर्क, इलेक्ट्रिकल मशीनरी, मिनरल फ्यूल, पर्ल्स, एसेंशियल ऑयल, निकेल, एनीमल या वेजिटेबल फैट, मिलिंग इंडस्ट्री, स्टैपल फाइबर्स व रेलवे लोकोमोटिव्स के निर्यात में वृद्धि देखने को मिली हैं।

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जहाँ यूपी में कई समानो के निर्यात के आकड़ो में वृद्धि दर्ज की गयी हैं तो वहीं पल्प ऑफ वुड, फ्लोटिंग स्ट्रक्चर, कॉर्क, कोकोया, एक्सप्लोसिव्स, प्रोजेक्ट गुड्स, फिश, ट्री एंड अदर प्लांट्स, लाइव एनीमल्स, लेड, फर्टिलाइजर्स के आकड़ो में गिरावट दर्ज की गयी हैं।