Babri Mosque Case: सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगों से जुड़े केस और बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुडे़ केस को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगों से जुड़े सभी केस की सुनवाई को बंद कर दिया है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस से जुड़े केस की सुनवाई को बंद करने का आदेश दिया हैं।

Babri Mosque Case in Hindi-

आपको बता दे कि छह दिसंबर 1992 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी ढांचे को ढहाए जाने से जुड़ी सभी कार्यवाही को सुप्रीम कोर्ट ने बंद कर दिया है। इसके अलावा शीर्ष अदालत ने इससे जुड़ी दाखिल अवमानना याचिका को भी बंद कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता असलम भूरे अब इस दुनिया में नहीं हैं। इसके साथ ही, 2019 में आए फैसले के चलते भी अब इस मामले को बनाए रखना जरूरी नहीं हैं।

बाबरी विध्वंस मामले में यूपी सरकार और प्रदेश के अधिकारियों के खिलाफ जुड़े सभी केस की सुनवाई को बंद करने का फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि समय बीतने के साथ और 2019 में अयोध्या जमीन केस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कोर्ट की अवमानना के केस अब नहीं टिक सकते हैं। गोधरा दंगों के बाद के केस को लेकर कोर्ट ने कहा कि समय बीतने के साथ ही ये केस अब निष्फल हो गए हैं।

गुजरात दंगो के केस भी होगे बंद-

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता जोकि गुजरात केस में कोर्ट में पेश हुए उन्होंने जस्टिस यूयू ललित की बेंच से कहा कि सीतलवाड़ की याचिका तैयार है लेकिन उसमे कुछ सुधार की जरूरत है। बता दें कि 22 अगस्त को शीर्ष कोर्ट ने गुजरात सरकार से सीतलवाड़ की जमानत याचिका पर जवाब मांगा था। सीतलवाड़ को जून माह में गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट इस याचिका पर भी सुनवाई करेगी। तीस्ता सीतलवाड़ को गुजरात दंगों से जुड़े फर्जी सबूत पेश करने और निर्दोष लोगों को फंसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।