UP News : उत्तर प्रदेश में लगातार शहरो, स्टेशन, जगहो व सड़को का नाम बदले जाने की प्रक्रिया चल रही हैं। इस बार फैजाबाद कैंट का नाम बदलकर अयोध्या कैंट कर दिया गया हैं। इससे पहले फैजाबाद जिले से लेकर रेलवे स्टेशन का नाम पहले ही बदला गया हैं। इससे पहले भी बहुत जगहो के व शहरो के नाम बदले जा चुके हैं जानिए ये कैसे होता हैं।

शहरो व जगहो का नाम कैसे बदलता हैं-

जिले या इलाके का नाम बदलना है तो इसकी अपील जनता या जिले के जन प्रतिनिधियों की तरफ से की जाती हैं। तब इसके बाद राज्यपाल के पास भेजा जाता है या फिर इसके लिए कैबिनेट से मंजूरी ली जाती हैं। इस प्रस्ताव को विधानसभा से पास करवाकर भी भेजा जाता हैं। राज्यपाल इस प्रस्ताव को मंत्रालय के पास भेजता है। सामान्यत: किसी स्थान के लिए गृह मंत्रालय के पास प्रस्ताव भेजा जाता हैं। इसके बाद मंत्रालय इस पर विचार करता हैं। इसे मंत्रालय स्वीकार या रिजेक्ट भी कर सकता हैं।

नाम बदलने के बाद एक कॉपी सरकारी डाक से संबंधित जिले के डीएम के पास भेज दी जाती हैं। इस कॉपी के मिलने के बाद डीएम नए नाम की सूचना अपने अधीन सभी विभागों के विभागाध्यक्ष को पत्र लिखकर भेजता हैं। उसके बाद सभी सरकारी विभागों में नाम बदलने का प्रोसेस शुरू कर दिया जाता हैं।

लेकिन फैजाबाद कैंट का नाम बदलने का सुझाव रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी किया गया था। इसके लिए अधिसूचना के मुताबिक रक्षा मंत्रालय ने कुछ दिन पहले इसकी प्रक्रिया शुरू की थी। इसके बाद गजट जारी किया गया था। इसमें गृह मंत्रालय की जगह रक्षा मंत्रालय ने नाम बदलने के लिए नोटिस जारी किया था।

रेलवे स्टेशन के नाम कैसे बदलत हैं-

रेलवे स्टेशन के नाम बदलने में अहम भूमिका रेल मंत्रालय निभाता हैं। इसके लिए राज्यपाल केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक अधिसूचना भेजता है। तथा इसके बाद गृह मंत्रालय इस बात को रेल मंत्रालय के संज्ञान में लाता हैं। अंत में नाम बदलने के बाद यूनिक कोड जारी किया जाता है और इसके साथ ही बोर्ड, साइन, स्टेशनरी में नाम भी बदल दिया जाता हैं।