UP News: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों के लिए उनकी अध्यक्षता में 10 मंत्रियों का समूह बनाया जा रहा है। ये अबतक का सबसे बड़ा अंतराष्ट्रीय सम्मेलन होगा। अगले साल जनवरी में लखनऊ में होगा, जिसकी जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) संभालेगे। इस आयोजन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों के अलावा दुनिया भर के दिग्गज कंपनियों के सीईओ व उद्योपतियों को आमंत्रित किया जाएगा।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ संभालेगे इसका कमान-

योगी सरकार के लिए यह मेगा इवेंट प्रतिष्ठा का सवाल बना है। सरकार की योजना कम से कम 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश लाने की है। समिट से पहले एम्बेस्डर्स राउंड टेबल कांफ्रेंस भी होगी। समिट पर होने वाले खर्च के लिए आडिटर नियुक्ति भी होगी। योगी आदित्यनाथ ने पिछले कार्यकाल में इसे कराने की मुहिम शुरू की थी लेकिन कोविड के चलते इसे टालना पड़ा हैं। इस मार्ग दर्शन समिति में दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बृजेश पाठक के अलावा कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, जयवीर सिंह, अरविंद शर्मा, सूर्य प्रताप शाही शामिल किए गए हैं। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, एपीसी मनोज कुमार सिंह व औद्योगिक विकास आयुक्त अरविंद कुमार भी रहेंगे।

इनका काम समिट की तैयारी के लिए रणनीतिक निर्णय लेना, समिट व रोड शो की तारीख व स्थल को मंजूरी देना आदि है। विदेशों में व दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद व बंगलुरू में रोड शो के लिए निवेश के विभिन्न महत्वपूर्ण सेक्टर से जुड़े 10 मंत्रियों को भेजा गया है। अगले विधानसभा सत्र में आने वाले अनुपूरक बजट के जरिए इसके खर्च का बंदोबस्त किया जाएगा।

समीतियाँ का निर्माण किया जा रहा हैं-

इस समिट को कराने के लिए 8 अन्य कमेटियां बन रही है। इनमें सबसे बड़ी कमेटी मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति है। इसमें लखनऊ के डीएम व कमिश्नर के अलावा 32 अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। इसका काम पार्टनर देशों के दूतावास से समन्वय करना आदि है। प्रचार प्रसार व मुद्रण समिति, निवेश प्रोत्साहन समिति, बजट वित्त एवं प्रोक्योरमेंट समिति, कोर प्रबंधन समिति, बिड मूल्याकंन समिति, उच्चस्तरीय समिति,वित्तीय मूल्यांकन समिति भी बनायी जाएगी।