UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नमाज पढ़ने का एक और वीडियो सामने आया हैं। इस बार ये वीडियो बनारस (Varanasi) स्थित प्रसिद्ध काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल से आया हैं। इससे पहले लखनऊ के लुलु मॉल से ही एक ऐसा वीडियो सामने आया था। तथा अप्रैल 2020 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया था कि राज्य में सार्वजनिक स्थान पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। छात्रो ने कहा कि भगवान को याद करना गलत बात नहीं हैं। लेकिन राज्य सरकार के नियमों का पालन करना भी अनिवार्य हैं। जिसके बाद छात्रो ने इसकी शिकायत चीफ प्रॉक्टर से की थी। चीफ प्रॉक्टर ने विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किया हैं। तथा अपील की हैं कि दुबारा ऐसी प्रक्रिया ना दोहराई जाए।

छात्रो ने जताई आपत्ति-

छात्रों ने बताया कि एक व्यक्ति अस्पताल की जमीन पर चादर बिछाकर नमाज अदा कर रहा था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह किसी मरीज को दिखाने अस्पताल आया था। तो वही अस्पताल में नमाज की फोटो खिंचवाने पर कई छात्रों ने विरोध किया था। छात्रों का कहना हैं कि कहीं पर भी भगवान को याद करना गलत नहीं है लेकिन, राज्य सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और नियमों का पालन किया जाना चाहिए। और इस तरह सार्वजनिक स्थल पर नमाज पढ़ना राज्य सरकार द्वारा जारी आदेश के खिलाफ हैं।

छात्रों ने आगे बताया कि प्रॉक्टोरियल बोर्ड को उनका पत्र मिल गया है। उस समय चीफ प्रॉक्टर कार्यालय में मौजूद नहीं थे, इसलिए अभी तक उनकी किसी प्रकार की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई हैं। छात्रो ने कहा कि ईंद व बकरीद के अवसर पर सार्वजनिक स्थल पर नमाज पढ़ी नहीं जाती हैं। ऐसे में बीएचयू में नमाज पढ़े जाने पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया जाए।