UP News: उत्तर प्रदेश में अब एक नयी योजना की शुरूआत की जा रही हैं। जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर 'उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र' (एससीआर) का विकास किया जाएगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसकी विस्तृत कार्ययोजना मांगी है। योगी ने शुक्रवार शाम सभी शहरी विकास प्राधिकरणों के अधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बताया कि 'उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र' (एससीआर) के तर्ज पर विकास किया जाएगा।

जानिए क्या हैं राज्य राजधानी क्षेत्र'-

योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम सभी शहरी विकास प्राधिकरणों के अधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके बताया कि राजधानी लखनऊ आज मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में अत्याधुनिक शहरी सुविधाओं से लैस हो रही है। दूसरे शहरों से आए लोग यहां अपना स्थायी निवास बनाना चाहते हैं। इससे पड़ोसी जिलों में भी जनसंख्या का दबाव बढ़ता ही जा रहा है।कई बार अनियोजित विकास की शिकायतें भी मिलती हैं। ऐसे में भविष्य की जरूरत को देखते हुए राज्य राजधानी क्षेत्र का गठन जरूरी है। उन्होंने कहा कि लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर की योजना को भी जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इसके अलावा योगीआदित्यनाथ जी ने नक्शा, फीस की प्रक्रिया आसान बनाने के व नगर निगम का विस्तार करने का निर्देश दिया हैं।

क्या कहा योगी आदित्यनाथ ने-

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि- विकास परियोजनाओं का निर्धारण करते समय अगले 50 वर्षों की स्थिति को ध्यान में रखा जाए। मास्टर प्लान में सुनियोजित विकास का पूरा खाका होना चाहिए। प्राधिकरणों को अपनी परियोजनाओं के लिए वित्तीय प्रबंधन भी खुद ही करने पर गंभीरता से विचार करना होगा। लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, मेरठ, आगरा, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयागराज का सिटी डिवेलपमेंट प्लान तैयार कर लिया जाए।

इसके साथ ही उन्होने निर्देश दिया कि सभी प्राधिकरण, स्थानीय निकाय यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी किसी भी परिस्थिति में अवैध बस्तियां/रिहायशी कॉलोनियाँ बसने ना पाएं हर कॉलोनी में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाए। इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन के अनुसार हमें एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को हासिल करने के लिए शहरीकरण को बढ़ावा देने की जरूरत होगी। इसमें विकास प्राधिकरणों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। निवेश, रोजगार और इनोवेशन के लिए तकनीक की मदद से विकास प्राधिकार को अपने आप आगे बढ़ना होगा। उन्होंने नगरीय नियोजन का मॉडल तैयार करने का संदेश भी दिया हैं। तथा सभी विकास प्राधिकरणों को अपने विजन के अनुरूप कार्य करने का भी संदेश दिया गया है।