Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब लड़कियाों को आत्मनिर्भर बनाने के अपने चल रहे प्रयास के तहत स्कूलों में वोकेशनल ट्रेनिंग की व्यवस्था करेगी। एक प्रेस रिलीज में सरकार ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट मिशन को इस काम की जिम्मेदारी दी गई हैं। ट्रेनिंग की शुरुआत करने वालों को राज्य के अपग्रेडेड कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में Vocational Training की व्यवस्था की जाएगी। स्कूली शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद नेॉ सरकारी विद्यालयों को अपने 100 प्रतिशत स्टूडेंट्स को इस कार्यक्रम से जोड़ने का निर्देश जारी किया हैं।

उन्होने इस आदेश में कहा हैं कि- जिला विद्यालय निरीक्षकों, प्रिंसिपल, डीपीएमयू, स्किल डेवलपमेंट मिशन के जिला समन्वयक, जिला बुनियादी शिक्षा अधिकारियों के सहयोग से सामुदायिक स्तर पर व्यावसायिक प्रशिक्षण के महत्व पर जागरूकता पैदा करने के लिए माता-पिता के साथ बैठको का आयोजन किया जाएगा। सरकार द्वारा दिए गए प्रेस रिलीज में कहा गया है कि अधिक से अधिक लड़कियों को वोकेशनल ट्रेनिंग में शामिल करने के लिए स्किल डेवलपमेंट स्कीम की शुरुआत और इसके लाभों पर चर्चा की जाएगी। तथा ट्रेनिंग के लिए एक कमरा और फर्नीचर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

वोकेशनल ट्रेनिंग में सेलेक्शन के लिए पहले लड़कियों की काउंसलिंग की जाएगी। काउंसलिंग के दौरान उनसे उनकी पसंद के ट्रेड के बारे में जानकारी दी जाएगी। उस ट्रेड के मुताबिक ही लड़कियों की ट्रेनिंग होगी। माना जा रहा है कि इस ट्रेनिंग के जरिए ना सिर्फ लड़कियों को करियर को सवारने में सफलता मिलेगी। तथा इसके साथ ही 100 फीसदी भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।

प्रेस कांफ्रेंस में कहा गया हैं कि हॉस्टल के भीतर एक कमरे को ट्रेनिंग रूम में बदला जाना चाहिए, अगर पहले से कोई कमरा मौजूद नहीं है। तो एक फुल-टाइम इंस्ट्रक्टर को नोडल के रूप में नामित करके प्रोग्राम के लागू किए जाने की निगरानी की जाएगी। तथा इसके साथ ही ट्रेनिंग पार्टनर इंस्टीट्यूशन्स से समन्वय स्थापित कर उनके कामों में गैर जरूरी दखलअंदाजी न करते हुए उन्हें पूर्ण रूप से सहयोग दिया जाएगा। इस कोर्स की शुरुआत से पहले, ट्रेनिंग पार्टनर इंस्टीट्यूशन्स को ट्रेनिंग मटैरियल भी उपलब्ध कराना होगा।