Uttar Pradesh: केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा वनारस में बने बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी को लगातार विकसित करने के लिए कोई ना कोई कार्य किया जा रहा हैं। अब खबरो कि माने तो बनारस की तस्वीर बदलने लगी हैं। बनारस के टूरिज्म को अब नए तरीके से विकसित किया जा रहा हैं। आए दिन खबरे आती रहती हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी विश्वनाथ में ये लोकार्पण किया। इसी तरह योगी सरकार व केन्द्र सरकार मिलकर बनारस के टूरिज्म को नए तरीके से बसाने की कोशिश की जा रही हैं।

वनारस के घाटो का नजारा बैलून राइड्स, बोट रेस और क्रूज बदलता हुआ नजर आ रहा हैं। तो वहीं पर इन सबके जरिए दुनिया भर के लोगो को यहाँ पर आने के लिए इन सब व्यवस्थाओं का प्रयोग करके आकर्षित किया जा रहा हैं। बता दे कि चार दिवसीय काशी बैलून एंड बोट फेस्टिवल इसी दिशा में एक नई कोशिश हैं। जोकि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सहयोग संभव हो पाया हैं। जिसके तहत बैलून फेस्टिवल को छह देशों से जुड़े विशेषज्ञों का समर्थन मिला।

काशी की 15×4 फीट की नौकाओं को तैयार किया गया हैं। तथा इसी के साथ वाराणसी के पारंपरिक नाविक परिवारों से चुने गए 12 पेशेवर मल्लाहों का गठन किया गया हैं। जोकि दशाश्वमेध घाट और राज घाट के बीच होने वाले 3 किलोमीटर दौड़ में भाग लेंगे।

रिपोर्ट्स कि माने तो इसके अलावा बनारस में 19000 करोड़ के प्रोजेक्ट पर कार्य अभी चल रहा हैं। तथा G20 प्रतिनिधियों के लिए 200 पर्यटक गाइडों को प्रशिक्षित किया जा रहा हैं। 400 टन रोजाना कचरे से ऊर्जा बनाने के लिए एनटीपीसी के साथ समझौता किया गया हैं। जिसके जरिए अब काशी विश्वनाथ के घाटो पर चलने वाली नाव सीएजी से चलेगी। तथा इसके साथ ही नमो घाट को इंटरनेशनल लुक दिया गया हैं।