Ayodhya Ram Temple News:अयोध्या में भगवान रामलला का बहुप्रतीक्षित मंदिर बन रहा हैं। मूर्ति के निर्माण की जिम्मेदारी पद्मविभूषित मूर्तिकार को दी गई हैं। मूर्ति के आकृति को लेकर चर्चा शुरू हो गयी हैं। मूर्ति 5 वर्ष के बालक स्वरूप भगवान रामलला की होगी जो खड़ी अवस्था में होगी। मूर्ति विशेषज्ञों की राय लेकर पहले चित्र बनाया जाएगा और फिर मूर्ति के छोटे-छोटे प्रारूप बनाकर ट्रस्ट के सामने रखा जाएगा। सबसे आकर्षक प्रारूप की मूर्ति भगवान रामलला की अस्थाई मूर्ति के तौर पर चयनित होगा। वमूर्ति निर्माण के लिए 3 लोगों की कमेटी बनाई गई हैं।

रामलला के मूर्ति की ऊचाँई-

भगवान रामलला के मस्तक पर रामनवमी के दिन सूर्य की किरण का तिलक लगे, इसके लिए वैज्ञानिकों ने मूर्ति की ऊंचाई लगभग साढ़े आठ फीट की मूर्ति बनाने का निश्चय लिया हैं। मूर्ति निर्माता सामंजस्य बैठा कर मूर्ति का निर्माण करेंगे। मूर्ति का निर्माण शास्त्र के श्लोक 'नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं" के तर्ज पर किया जाएगा।

रामलला की दो मूर्तिया होंगी स्थापित-

अयोध्या मंदिर में भगवान रामलला की दो मूर्तियाँ स्थापित की जाएगी। एक चल मूर्ति यानी कि जो विशेष अवसरों पर मंदिर के बाहर भी निकाली जाएंगी. ऐसी सनातन धर्म की परंपरा है. और दूसरी स्थाई मूर्ति जो मंदिर में स्थाई तौर पर स्थापित रहेंगी। वर्तमान मूर्ति चल मूर्ति के तौर पर भगवान राम लला के नए मंदिर में विराजमान की जाएगी। इसके अलावा स्थाई मूर्ति के तौर पर भगवान राम लला की आसमानी ग्रे कलर की 5 वर्ष के बालक के आकार में लगभग साढ़े 8 फीट ऊंची लगाई जाएगी।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान के मूर्ति का स्वरूप नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं" के तर्ज पर बनायी जाएगी। तथा मूर्ति के पत्थर का रंग आकशीय कलर का हो ऐसा विचार किया गया हैं। इसके लिए महाराष्ट्र व उड़ीसा के मूर्तिकारो ने आश्वासन दिया हैं। कि इस तरह के पत्थर उनके पास मौजदू हैं। रामलला का दर्शन नब्य मंदिर में 35 फीट की दूरी पर होगा, लिहाजा भगवान की आंख से लेकर चरणों तक श्रद्धालु को सरलतापूर्वक दर्शन मिल सके।