Uttar Pradesh, Ram Mandir : उत्तर प्रदेश अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण कार्य काफी तेज गति से अग्रसर हो रहा हैं। और इसे सफल बनाने के लिए हर एक नामुमकिन कोशिश कि जा रही हैं। इसी बीच नेपाल से काली गंडक नदी से निकले शालिग्राम की दो शिलाऐं मगाँई गई हैं। जो नेपाल से बिहार, कुशीनगर व गोरखपुर के रास्ते से होते हुए अयोध्या पहुँच चुकी हैं। बताया जा रहा हैं। इन्ही शिलालेखो से भगवान राम व माता-सीता की प्रतिमाऐं बनाई जाएंगी।

अयोध्या राम मंदिर में दर्शको को 2024 से रामलल्ला के दर्शन मिल पाए इसके लिए राम मंदिर निर्माण कार्य काफी तेजी से कराया जा रहा हैं। राम मंदिर का लगभग 50 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका हैं। और अक्टूबर 2023 तक पहला तल पूरा भी हो जाएगा। तो वहीं नेपाल से मंगाई गई शालिग्राम शिलाओं से ही भगवान राम व माता सीता की प्रतिमाऐं बनेगीं। खबरो कि माने तो इसके बारे में राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अनिश्चितता जताई हैं।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना हैं कि शालिग्राम शिलाओं का परीक्षाण कर विशेषज्ञ इस बात पर मोहर लगाएंगे कि इन शिलाओं से ही भगवान राम व माता सीता की मूर्ति का निर्माण किया जाए या नहीं, परीक्षण से ही यह तय होगा कि शिलाओं का भीतरी हिस्सा कितना मजबूत है व कैसा हैं। तो वहीं राम लला के विग्रह को गढ़ने के लिए शालिग्राम शिलाओं को ही प्रॉयोरिटी पर रखा गया हैं। लेकिन यदि इन शिलाओं में किसी प्रकार की परेशानी आती हैं। तो दूसरी शिलाऐं भी तैयार हैं। उड़ीसा व कर्नाटक से शिलाऐं मगाँई गई हैं। शालिग्राम शिलाऐं श्याम रंग की हैं। जब अन्य जगह से मंगाई गई शिलाओं का रंग अलग हैं। आपको बता दे कि इन शिलाओं के चयन से पहले भी इनकी जाँच की जा चुकी हैं। और एक बार फिर से इन शिलाओं की जाँच की जाएगी।