• महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिरकत की
  • अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ को याद कर भावुक हुए मुख्यमंत्री
  • मुख्यमंत्री ने अपने शिक्षकों का शाल ओढ़ाकर किया सम्मान
  • मेरे लिए सम्मान की बात कि मैं उनकी जन्मभूमि पर उनका सम्मान कर पा रहा हूं- योगी
  • जब अच्छी सरकारें आती हैं तो व्यापक परिवर्तन का आधार बनती हैं-सीएम योगी

लखनऊ;

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तराखंड के यमकेश्वर में अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि यह महंत अवेद्यनाथ जी की जन्मभूमि है और उन्हीं की प्रेरणा से महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय का निर्माण हुआ है। मेरे लिए यह सम्मान की बात है कि मैं उनकी जन्मभूमि पर उनका सम्मान कर पा रहा हूं। मुख्यमंत्री योगी अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ को याद करते हुए भावुक हो गए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मैंने कक्षा एक से नौ तक की पढ़ाई यहां की है और आज मुझे अपने गुरुओं का सम्मान करने का मौका मिला, यह भी मेरे लिए सौभाग्य की बात है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखंड में बहुत संभावनाएं है और इसे आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि जब अच्छी सरकारें आती हैं तो व्यापक परिवर्तन का आधार बनती हैं। 2014 में मोदी जी की सरकार बनने के बाद इस सभी ने देखा है। उन्होंने कहा कि यहां का युवा जहां जाएगा, अपना लोहा मनवाएगा। उत्तराखंड का पानी और जवानी दोनों देश के काम आता है। उन्होंने कहा कि हमें पलायन को रोकना होगा। उत्तराखंड के पास प्राकृतिक सौंदर्य, देव मंदिर और बहुत कुछ है। हमें स्प्रिचुअल टूरिज्म को बढ़ाना होगा। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिल सकता है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के विजन से काशी विश्वनाथ धाम का विकास किया गया है। वहां पहले बहुत कम संख्या में लोग एक साथ दर्शन कर पाते थे, लेकिन काशी विश्वनाथ धाम बन जाने के बाद 5 लाख श्रद्धालु भी आ जाएं तो कोई समस्या नहीं हैं। वर्तमान में लगभग 1 लाख श्रद्धालु रोज आ रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। वहां भी लाखों श्रद्धालु रोज आएंगे। यह श्रद्धालु सिर्फ आते ही नहीं हैं, रोजगार के अवसर भी लाते हैं। पर्यटन लोगों को रोजगार से जोड़ने का बड़ा माध्यम है। उत्तराखंड में इसी बड़ी संभावना है। पलायन को रोकना होगा। इसके लिए बच्चों में स्कूल जाने की आदत डलवानी होगी। उन्होंने पढ़ाई पूरी तन्मयता से करने का आह्वान किया।

यूपी में सड़क पर नहीं पढ़ी गई नमाज-

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज अक्षय तृतीय, परशुराम जयंती और ईद है। तीनों पर्व उत्तर प्रदेश में शांतिपूर्वक मनाए गए। प्रदेश में कहीं भी सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी गई। उन्होंने कहा कि आस्था का सम्मान होना चाहिए, लेकिन आमजन को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। आस्था अंतःकरण का भाव है। उन्होंने कहा कि हमने पूरे प्रदेश से एक लाख से ज्यादा लाउडस्पीकर उतरवाए। कहीं भी कोई अनावश्यक शोरगुल नहीं हो रहा है। यह सब हमने संवाद के जरिए किया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई संवाद से नहीं मानेगा तो उसके लिए कानून है।

यूपी और उत्तराखंड मिलकर कर सकते हैं अच्छा काम-

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश मिलकर अच्छा काम कर सकते हैं। उत्तराखंड बनने के बाद से बंटवारे को लेकर बहुत सी समस्याएं थी, जिनका समाधान नहीं हो रहा था। संपत्तियों को लेकर समस्याएं थी। इन समस्याओं का समाधान अंतिम दौर में है और जल्द हो जाएगा।