Independence Day; 15 अगस्त व 26 जनवरी को फहराए जाने वाले झंडे के बीच फर्क को जानिए

Update: 2022-08-10 11:35 GMT

Independence Day, Aazadi Ka Amrit Mahotsav: इस बार 15 अगस्त 2022 को भारत को अंग्रेजो की गुलामी से मुक्त हुए कुल 75 वर्ष हो जाएगे। जिसके चलते पूरा भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा हैं। इसके चलते देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक अभियोजना लागू की हैं Har Ghar Tiranga जिसके चलते प्रत्येक देशवासी को अपने प्रोइफल पिक्चर, घरो, कार्यस्थल व हर जगह तिरंगा फहराना होगा। भारत में केवल दो अवसर पर झंडा फहराया जाता हैं। पहला 15 अगस्त व दूसरा 26 जनवरी लेकिन क्या आपको पता हैं कि 15 अगस्त व 26 जनवरी को झंडा फहराने में अंतर हैं। 

15 अगस्त व 26 जनवरी को झंडा फहराने में अंतर-

15 अगस्त को ध्वाजारोहण होता हैं-

15 अगस्त 1947 की ऐतिहासिक घटना को सम्मान देने के लिए झंडा फहराया जाता हैं। इस दिन झंडे को नीचे से रस्सी द्वारा खींच कर ऊपर ले जाया जाता है, फिर खोल कर फहराया जाता है, जिसे ध्वजारोहण कहा जाता हैं। विधान में इसे अंग्रेजी में Flag Hoisting (ध्वजारोहण) कहा गया हैं। 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री (जो कि केंद्र सरकार के प्रमुख होते हैं) ध्वजारोहण करते हैं। क्योंकि स्वतंत्रता के दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था। इसलिए इस दिन प्रधानमंत्री द्वारा झंडा रोहण किया जाता हैं। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के दिन प्रधानमंत्री लाल किले से ध्वजारोहण करते हैं। 

26 जनवरी को झंडा फहराया जाता हैं-

लेकिन गणतंत्र दिवस (Republic Day) यानि 26 जनवरी के अवसर पर झंडा ऊपर ही बंधा रहता है, जिसे खोल कर फहराया जाता है। संविधान में इसे Flag Unfurling (झंडा फहराना) कहा जाता है। जबकि गणतंत्र दिवस को सैवधानिक राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं। और अपना संदेश राष्ट्र के नाम देते हैं। 26 जनवरी को देश में संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी के दिन राजपथ पर राष्ट्रपति द्वारा झंडा फहराया जाता हैं। 2023 में भारत में दूसरी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 26 जनवरी को झंडा फहराया जाएगा।  

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