Education: पाकिस्तान से MBBS व B.Tech करने पर कितनी फीस लगती हैं और क्या भारतीय छात्र कर सकते हैं
पाकिस्तान से MBBS व B.Tech करने पर कितना फीस लगता-;
Fees Of MBBS & B.Tech In Pakistan : पाकिस्तान हमारा पड़ोसी देश हैं, जैसे कि सभी को पता हैं कि पाकिस्तान के हालात इस समय कैसे हैं किसी से भी छुपा नहीं हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं कि पाकिस्तान से पढ़ाई करने पर कितने रूपए खर्चा आता हैं। खासकर की MBBS व B.Tech करने के लिए
पाकिस्तान से MBBS व B.Tech करने पर कितना फीस लगता-
पाकिस्तान से बीटेक व एमबीबीएस कोर्स करने के लिए फीस इस बात पर निर्भर करता हैं कि आप किस जगह से कोर्स कर रहे हैं। यहाँ तीन तरह की यूनिवर्सिटी हैं, पब्लिक, सेमी-गवर्नमेंट व प्राइवेट, तीनों की फीस अलग-अलग होती हैं।
बीटेक की फीस-
पाकिस्तान बीटेक करने के लिए यहाँ की सबसे प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी व उनकी फीस इस प्रकार हैं। एनईडी यूनिवर्सिटी, यूईटी, एमयूईटी, यहाँ से 70 से 80 हजार पाकिस्तानी रूपए से लेकर 1.5 लाख पाकिस्तानी रूपए तक में पढ़ाई कर सकते हैं। सेमी गवर्नमेंट कॉलेज जैसे- एनयूएसटी, बहिया आदि से साल के 1 से 1.5 लाख पाकिस्तानी रूपए में बीटेक कर सकते हैं। प्राइवेट यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के लिए साल के 7 लाख पाकिस्तानी रूपए तक खर्च करने पड़ते हैं।
MBBS करने पर फीस-
पाकिस्तान के प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करने के लिए आपको तीन से पाँच लाख पाकिस्तानी रूपए तक खर्च करना पड़ सकता हैं। तो वहीं गवर्नमेंट कॉलेज में फीस अलग-अलग हैं। ये प्रोविंस के अनुसार से अलग-अलग होता हैं।
पाकिस्तान में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन डिग्री मिलती हैं। जो पांच से छ साल तक की हो सकती हैं। पढ़ाई इंग्लिश व उर्दू दोनों में होती हैं। यहाँ की कुछ यूनिवर्सिटी हैं। जैसे-अगा खान यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेंस, इसरा यूनिवर्सिटी, किंग एडवर्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी आदि
पाकिस्तान में भारतीय छात्र पढ़ सकते हैं-
यहाँ की यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्र एडमिशन पा सकते हैं। प्रवेश के कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी हैं। मेडिकल के लिए उम्मीदवार का नीट पास होना अनिवार्य हैं। इंजीनियरिंग के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना आवश्यक हैं। 2022 में यूजीसी ने पाकिस्तानी डिग्रियों को इंडिया में अमान्य घोषित कर दिया गया हैं। यहाँ से पढ़ाई करने के बाद आप भारत में न हायर एजुकेशन के लिए पात्र माने जाएंगे व न ही नौकरी के लिएकॉलेजों की फीस से लेकर पात्रता तक में बदलाव जरूरी हैं क्योकि समय-समय पर फास रिवाइज होती रहती हैं।