India-China Border: भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एक स्थान पर टकराव हुआ हैं। जिसके बाद से भारत व चीन के रिश्तो के लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं। भारतीय सेना ने बताया है कि झड़प की ये घटना 9 दिसंबर की हैं। झड़प में दोनो पक्षो के जवान मामूली रूप से घायल हुए हैं। देश एक-दूसरे के साथ 3488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। तो वहीं नियंत्रण रेखा (LAC) के तौर पर जाना जाता हैं।
India China Border को तीन सेक्टर में बांटा गया हैं। भारत के तीन सेक्टर्स में से पहला वेस्टर्न सेक्टर है, जो भारत की तरफ से केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख और चीन की तरफ से तिब्बत और शिनजियांग स्वायत्त क्षेत्रों के बीच स्थित हैं। दूसरा मिडिल सेक्टर है, जो उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र बीच मौजूद हैं।
वहीं, तीसरा और आखिरी ईस्टर्न सेक्टर है, जो भारत की तरफ से सिक्किम एवं अरुणाचल प्रदेश और चीन की तरफ से तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बीच हैं। ये सेक्टर आमतौर पर मैकमोहन लाइन की वजह से ज्यादा जाना जाता हैं।
भारत के किन राज्यो की सीमा चीन से लगी हैं-
- लद्दाख- भारत के लद्दाख और चीन के बीच सीमा की लंबाई 1597 किमी तक फैली हुई हैं।
- हिमाचल प्रदेश- हिमाचल प्रदेश और चीन के बीच मौजूद सीमा की लंबाई 200 किमी है।
- सिक्किम- उत्तर में सिक्कम चीन के साथ 220 किमी तक फैला हुआ हैं।
- अरुणाचल प्रदेश- अरूणाचल प्रदेश में दोनों देशों के बीच 1126 किमी लंबी सीमा तक फैली हुई हैं।
- उत्तराखंड- उत्तराखंड चीन के साथ 345 किलोमीटर लंबी सीमा को साझा करता हैं।